म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों का कत्लेआम, अब तक 60 हजार लोग बांग्लादेश भागे

Rohingya Muslims massacre in Myanmar by army
म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों का कत्लेआम, अब तक 60 हजार लोग बांग्लादेश भागे
म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों का कत्लेआम, अब तक 60 हजार लोग बांग्लादेश भागे

डिजिटल डेस्क, म्यांमार। म्यांमार में सेना के द्वारा रोहिंग्या मुसलमानों को उग्रवादी घोषित कर व्यापक स्तर पर उनका नरसंहार करने की रिपोर्टों के बीच करीब 60 हजार रोहिंग्या मुसलमान देश छोड़कर बांग्लादेश की सीमा में भाग चुके हैं। एक चश्मदीद रोहिंग्या ने बताया है कि सेना निर्दयता के साथ मासूम बच्चों के सिर काट रही है। शांति का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की इस मामले में कुछ कहने से बच रही हैं। यही कारण है कि म्यांमार की पूरे विश्व में निंदा की जा रही है।

इस नरसंहार में जो लोग अपनी जान बचा पाने में सफल हुए हैं, उन्होंने हिंसा की भयावहता बताई है। एक चश्मदीद ने कहा कि पश्चिमी राखीन राज्य में म्यांमार की सेना और पैरामिलिटरी फोर्स बच्चों के सिर काट रही है और उन्हें जिन्दा जला रही है। 41 वर्षीय अब्दुल रहमान ने बताया है कि सैनिकों ने मेरे भाई को एक समूह के साथ जिंदा जला दिया है। मैंने अपने परिवार के अन्य सदस्यों के शव मैदान में पड़े देखे। उन्होंने उनके शरीर पर गोलियों से निशान बना दिए थे और कुछ के सिर कटे हुए थे। उन्होंने बताया कि मेरे दो भतीजों के सिर नहीं थे। एक छह साल का था और एक नौ साल का। मेरी पत्नी की बहन को गोली मार दी गई।

अब तक एक नजर..

  • 60 हजार से अधिक मुस्लिम सेना के नरसंहार से बचकर बांग्लादेश भाग चुके हैं।
  • ये लोग नाव और पैदल ही जंगल-नदी के रास्ते बॉर्डर पार कर अपनी जान बचा रहे हैं।
  • पिछले 24 घंटों में 10 हजार से अधिक मुस्लिम बांग्लादेश भाग चुके हैं।
  • ह्यूमन राइट वॉच (HRW) द्वारा रोहिंग्या इलाकों की सैटेलाइट तस्वीरें जारी की गई हैं।
  • इन तस्वीरों में एक रोहिंग्या गांव की 700 इमारतों को आग में झुलसते देखा जा सकता है।

किसने क्या कहा

  • विश्लेषकों का मानना है कि विस्थापित हुए लोगों की संख्या बढ़ सकती है।
  • म्यांमार सेना का कहना है कि अब तक 400 उग्रवादी मारे जा चुके हैं। 
  • ब्रिटेन के विदेश सचिव बोरिस जॉनसन ने कहा कि इस हिंसा का अंत होना चाहिए। उन्होंने म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सन सू की से अपील की इस हिंसा पर कार्रवाई करें।
  • तुर्की के राष्ट्रपति रेजेप तैयब एर्दोआन ने एक कदम आगे जाते हुए कहा कि म्यांमार की सेनाएं नरसंहार कर रही हैं और जो इससे अनदेखा कर रहे हैं, इसमें वे सह अपराधी हैं।
  • रोहिंग्या मुसलमानों के नरंसहार पर आंग सान सू की अब तक चुप रही हैं।
  • आंग सान सू की को शांति को नोबेल पुरस्कार मिल चुका है।

Created On :   3 Sept 2017 6:04 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story