मृत घोषित कर शरीर को बैग में डाला गया, जिंदा मिला बुजुर्ग!
- शंघाई दहशत : मृत घोषित कर शरीर को बैग में डाला गया
- जिंदा मिला बुजुर्ग!
डिजिटल डेस्क, ताइपे। शंघाई के एक नर्सिग होम में सोते हुए बुजुर्ग मरीज को कोरोनर (मृत्यु-समीक्षक) ने गलती से मृत घोषित कर दिया, उसके बाद कर्मचारियों ने उसके शरीर को बैग में डालकर मोर्चरी वैन में ले जाया गया। बाद में मुर्दाघर के कर्मचारियों ने देखा कि वह बुजुर्ग जीवित है। इस घटना से जुड़े छह लोगों की जांच चल रही है।
द गार्जियन के मुताबिक, रविवार दोपहर को हुई इस घटना को दर्शकों ने फिल्माया था और फुटेज तेजी से वायरल हो गया, जिस पर शहर में उग्र प्रतिक्रिया हुई। यह घटना पांच सप्ताह के लिए लागू कठोर तालाबंदी के बीच हुई। लोगों ने शहर की बिगड़ी हुई चिकित्सा प्रणाली पर भी चिंता प्रकट की।
फुटेज में सुरक्षात्मक सूट पहने कर्मचारी बैग में डाले गए एक शव को मोर्चरी वैन से निकालकर एक ट्रॉली पर ले जाते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बैग के अंदर हरकत होने पर महसूस किया कि अंदर का व्यक्ति जीवित है।
एक कर्मचारी ने दूसरे से कहा, जिंदा! क्या तुमने देखा? जिंदा है! दूसरे ने कहा, उसे फिर से कवर मत करो!
द गार्जियन ने बताया कि फुटेज में सुरक्षात्मक सूट पहने हुआ एक कर्मचारी इमारत के बाहर लोगों के साथ बात करने जाता है और बुजुर्ग मरीज को वापस अंदर ले जाया जाता है।
पुटुओ जिला प्रशासन ने इस घटना की पुष्टि की और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
शंघाई सुपरवाइजरी कमीशन और सेंट्रल कमीशन फॉर डिसिप्लिन इंस्पेक्शन ने कहा कि केयर होम के निदेशक और एक डॉक्टर सहित पांच अधिकारियों को जांच के दायरे में रखा गया है। पार्टी के एक अन्य स्थानीय पदाधिकारी को भी फटकार लगाई गई है।
शंघाई शिनचांगझेंग नर्सिग होम ने माफी मांगी है, जबकि मोर्चरी के प्रभारी ने जीवित व्यक्ति को शवगृह में न डालने के लिए अपने कर्मचारियों की प्रशंसा की और प्रत्येक को 5,000 युआन (600 पाउंड) का इनाम दिया।
राज्य मीडिया ने कहा कि बुजुर्ग मरीज को अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है और उसका इलाज चल रहा है।
इस घटना ने चीन में लोगों को झकझोर दिया, जहां ओमिक्रॉन की लहर सख्त लॉकडाउन और सामूहिक जांच सहित कोविड उपायों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को चुनौती दे रही है।
आईएएनएस
Created On :   3 May 2022 6:30 PM IST