पनामा मामले में JIT की रिपोर्ट स्वीकार नहीं करेगी शरीफ की पार्टी

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ पनामा मामले में भ्रष्टाचार की जांच कर रही संयुक्त जांच दल (JIT) की रिपोर्ट सोमवार को आने से पहले ही PML-N ने इसे अस्वीकार करने की बात कही है।
पार्टी का कहना है कि जब तक कतर के पूर्व पीएम हमाद बिन ज़ासिम अल थानी के बयान को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया जाता, तब तक पार्टी रिपोर्ट के निष्कर्ष को नहीं मानेगी। गौरतलब है कि कतर के पूर्व पीएम अल-थानी ने कहा था कि नवाज शरीफ के पिता ने जो राशि कतर के शाही परिवार के बिजनेस में लगाई थी, उसी राशि से पाकिस्तानी पीएम ने लंदन में संपत्ति खरीदी है।
नवाज शरीफ के चार खास मंत्रियों ने एक प्रेस कांफ्रेस में शरीफ के खिलाफ मामले की जांच कर रही JIT के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाते हुए कहा कि JIT की रिपोर्ट में पूर्व कतर पीएम के बयानों को शामिल नहीं किया गया है। इसलिए वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे।' प्रेस कान्फ्रेंस में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, रेल मंत्री ख्वाजा साद रफीक, पेट्रोलियम मंत्री शाहीद खाक़न अब्बासी और योजना और विकास मंत्री असन इकबाल मौजूद थे।
गौरतलब है कि पनामा पेपर्स में नाम आने के बाद पाक पीएम शरीफ का पूरा परिवार JIT के निशाने पर है। शरीफ के परिवार पर भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कर रही इस कमेटी की रिपोर्ट सोमवार को आने वाली है। इसमें कतर के पूर्व पीएम का वह बयान शामिल नहीं है, जो उन्होंने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट को दो लेटरों के माध्यम से भेजा था।
कतर के पूर्व पीएम ने कहा था, 'नवाज के पिता मोहम्मद शरीफ ने कतर के शाही परिवार के रियल एस्टेट बिजनेस में निवेश किया था। इससे हुई बचत और निवेश का पैसा निकालने के बाद इस राशि से नवाज ने लंदन में प्रापर्टी खरीदी है।' स्थानीय मीडिया का कहना है कि JIT के दो सदस्य अल-थानी के पास उनका बयान लेने कतर भी गए थे, लेकिन अल-थानी के UAE जाने की वजह से उनका मौखिक बयान वे नहीं ले पाए।
Created On :   9 July 2017 9:42 PM IST