चीन-पाकिस्तान सांस्कृतिक सेमिनार शिनच्यांग में आयोजित
बीजिंग, 20 दिसम्बर (आईएएनएस)। चीनी विदेश मंत्रालय और सांस्कृतिक ब्यूरो द्वारा आयोजित चीन-पाकिस्तान सांस्कृतिक खंडहर सेमिनार गुरुवार को चीन के शिनच्यांग में आयोजित किया गया। सेमिनार में उपस्थित चीन और पाकिस्तान के दसेक अफसरों और विद्वानों ने खंडहर संरक्षण और क्षेत्रीय सामाजिक विकास के विषय पर गहन रूप से विचार-विमर्श किया।
चीनी सांस्कृतिक विरासत अनुसंधान संस्थान के सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण विभाग की उप प्रधान यू पींग ने कहा कि चीन में महत्वपूर्ण सांस्कृतिक खंडहरों का संरक्षण करने की बड़ी आवश्यकता है। चीन सरकार इस कार्य को महत्व देती है। देश की 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान खंडहर संरक्षण योजना लागू की गई और इसके बाद सांस्कृतिक खंडहरों के संरक्षण को सामाजिक विकास योजना के साथ जोड़ा गया। ऐसा करने से स्थानीय सरकार और समाज की ओर से समर्थन भी प्राप्त है।
उधर, पाकिस्तान के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत विभाग में कार्यरत पुरातžववेत्ता राशिक अहमर ने कहा कि सांस्कृतिक अवशेषों का संरक्षण एक चुनौती है। पाकिस्तान चीन सरकार द्वारा सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण में की गई कोशिशों की प्रशंसा करता है। चीन ने सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण के संदर्भ में कानून तैयार किया, ताकि सांस्कृतिक अवशेषों के हद से ज्यादा विकास से बच सके और लोगों को सांस्कृतिक अवशेषों की रक्षा करवा सके। इसमें प्राप्त अनुभव पाकिस्तान के लिए सीखने लायक है।
यह सेमिनार 21 दिसंबर को होने वाले चीन-अफगान-पाक सांस्कृतिक विरासत मंच का एक भाग है। इस मंच का आयोजन करने का उद्देश्य इन तीनों देशों के बीच सांस्कृतिक अवशेष संरक्षण में सहयोग को मजबूत करना है।
(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)
-- आईएएनएस
Created On :   20 Dec 2019 11:00 PM IST