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थाईलैंड : गुफा में फंसे फुटबॉल टीम के 12 खिलाड़ी और कोच सुरक्षित
हाईलाइट
- उत्तरी थाईलैंड के माई साई जिले में एक गुफा में फंसे फुटबॉल टीम के 12 खिलाड़ी और कोच को आखिरकर ढूंढ़ लिया।
- अंदर जाने वाला रास्ता बारिश के कारण बंद हो गया था
- पानी के जमा होने से वे बाहर नहीं निकल पाए थे।
डिजिटल डेस्क, बैंकॉक। उत्तरी थाईलैंड के माई साई जिले में एक गुफा में फंसे फुटबॉल टीम के 12 खिलाड़ी और कोच को सोमवार को आखिरकर ढूंढ़ लिया गया। सभी सुरक्षित हैं। 12 बच्चों की ये टीम अपने कोच के साथ 9 दिन पहले 23 जून को उत्तरी थाइलैंड के नेशनल पार्क में स्थित गुफा में घूमने गई थी और तभी से लापता हो गई थी।
Thai football team lost for nine days in cave 'found safe': governor ( AFP)
— ANI (@ANI) July 2, 2018
राज्यपाल ने की सभी के सुरक्षित होने की पुष्टि
चियांग राय प्रांत के राज्यपाल नारोंगसाक ओसोट्टानाकोर्न ने सभी 12 खिलाड़ियों और कोच के सुरक्षित होने की पुष्टि की हैं। उन्होंने बताया कि अंदर जाने वाला रास्ता बारिश के कारण बंद हो गया था और पानी के जमा होने से वे बाहर नहीं निकल पाए थे। राज्यपाल ने कहा, गुफा में फंसे सभी लोगों का फिलहाल अस्पताल में प्राथमिक उपचार चल रहा है। बचावकर्मियों को बारिश के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
टीम को बचाने 9 दिन से जारी था सर्च ऑपरेशन
चियांग राई में थाम लुआंग गुफा के प्रवेश द्वार के पास खिलाड़ियों की साइकिल, जूते और अन्य चीजें मिली थीं। जिसके बाद से ही टीम को खोजने के प्रयास किए जा रहे थे। बच्चों की जो टीम लापता हुई थी उसमें 11 से 16 साल के बच्चे शामिल थे। टीम को खोजने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे थे, वहीं दूसरी ओर पूरा थाईलैंड उनकी जिंदगी की दुआ मांग रहा था।
बारिश की वजह से गुफा में भरा पानी
लगातार बारिश के चलते गुफा में पानी भर गया था जिसके चलते गुफा में ऑक्सीजन का स्तर लगातार घट रहा था। करीब 100 लोगों का रेस्क्यू दल लगातार बच्चों की तलाश में जुटा हुआ था, गुफा से पानी निकालने के लिए पंप लगाए गए थे और लगातार पानी बाहर निकाला जा रहा था। बचाव कार्य में जुटे एक अधिकारी का कहना था कि पानी का बढता स्तर बचाव कार्य में सबसे बड़ी बाधा है।
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कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।