'शरणार्थी बौद्ध या हिंदू होते तो बांग्लादेश शरण देता क्या'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने एक ट्वीट करके बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पर भी निशाना साधा है। रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में शरण देने के लिए ओवैसी ने प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार पर निशाना साधा था। उनका कहना था कि रोहंग्या मुस्लिम हैं इस कारण उन्हें शरण नहीं दी जा रही। जब तस्लीमा को बहन मानकर भारत में शरण दी गई है तो रोहिंग्या को भाई मानकर शरण दी जा सकती है।
रोहिंग्या के शरणार्थी कैंपों में दौरा करने के बाद बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा था कि वे म्यांमार पर दबाव डालेंगी कि वे रोहंग्या को वापस लें। तस्लीमा ने अपने ट्वीट में सवाल उठाया कि क्याा शरण लेने वाले हिंदू, बौद्व, यहूदी य इसाई होते तो क्या बांग्लादेश उन्हें शरण देता। ये छत उन्हें वोट के लिए दी गइ है न कि इंसालियत के लिए
B"desh offerd land 2shelter Rohingya.What if thse ppl wre Hindus,Buddhists,Christians,Jews but not Muslims?Shelter not 4humanity but 4votes!
— taslima nasreen (@taslimanasreen) September 18, 2017
Created On :   18 Sept 2017 5:58 PM IST