बायोलॉजिकल क्लॉक का मैकेनिज्म बताने वाले 3 अमेरिकी वैज्ञानिकों को मेडिसिन का नोबेल

Three American scientists selected for Nobel prize of Medicine
बायोलॉजिकल क्लॉक का मैकेनिज्म बताने वाले 3 अमेरिकी वैज्ञानिकों को मेडिसिन का नोबेल
बायोलॉजिकल क्लॉक का मैकेनिज्म बताने वाले 3 अमेरिकी वैज्ञानिकों को मेडिसिन का नोबेल

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों जेफ्री हॉल, माइकल रोसबैश और माइकल डब्ल्यू यंग को इस वर्ष मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। तीनों वैज्ञानिकों को ये पुरस्कार मानव शरीर में मौजूद बायोलॉजिकल क्लॉक (जैविक घड़ी) पर उनके काम के लिए दिया जाएगा। आंतरिक जैविक घड़ी को सर्केडियन रिदम के नाम से जाना जाता है। ये तीनों वैज्ञानिक करीब 11 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि आपस में साझा करेंगे। असेंबली ने कहा है कि हाल (72), रोशबैश (73) और यंग (68) आंतरिक जैविक घड़ी का पता लगाने और इसके आंतरिक कामकाज को स्पष्ट करने में सफल रहे हैं। 

नोबेल पुरस्कार देने वाली समिति ने कारोलिंस्का इंस्टिट्यूट से एक बयान जारी कर कहा है कि "तीनो वैज्ञानिक द्वारा की गई खोज बताती है कि किस प्रकार पौधे, जानवर और मनुष्य अपना जैविक लय अनुकूल बनाते हैं जिससे कि वह धरती के बदलाव के साथ संतुलन बैठा सके।"बता दें कि माइक रोशबैश ब्रेंडीश यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं तो वहीं माइकल यंग रॉकफेलर यूनिवर्सिटी में और जेफरी हॉल यूनिवर्सिटी ऑफ मैने में प्रोफेसर हैं।

यह आंतरिक जैविक घड़ी हारमोन के स्तर, नींद, शरीर के तापमान जैसे जैविक कार्यों को प्रभावित करती है। इस वर्ष नोबेल समिति ने मेडिसिन के क्षेत्र में पुरस्कार देने के साथ इस वर्ष के पुरस्कारों कि घोषणा शुरू कर दी है। समिति ने बताया है कि शांति, साहित्य, अर्थशास्त्र, भौतिकी, रसायनशास्त्र के लिए दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कारों को भी जल्द ही घोषित कर दिया जाएगा।

Created On :   2 Oct 2017 3:48 PM GMT

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