अंटार्कटिका से टूटकर अलग हुआ 5800 वर्ग किलोमीटर का आइसबर्ग

डिजिटल डेस्क, लंदन। कई महीनों के पूर्वानुमान के बाद आखिरकार अंटार्कटिका से करीब एक खरब टन का हिमशैल (अब तक के दर्ज आंकड़ों में सबसे बड़ा) टूटकर अलग हो गया। इस हिमशैल का क्षेत्रफल करीब 5800 वर्ग किलोमीटर बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों ने बुधवार को बताया कि 10 से 12 जुलाई के बीच यह हिमशैल अंटार्कटिका से अलग हुआ है। यह हिमशैल लार्सन सी बर्फीली चट्टान से अलग हुआ है। इस हिमशैल के अलग होने से लार्सन सी बर्फीली चट्टान का आकार 12 फीसदी से ज्यादा घट गया है। यही नहीं इस बड़े हिमशैल के अलग होने से अंटार्कटिक महाद्वीप का परिदृश्य हमेशा के लिए बदल गया है। टूटकर अलग हुए हिमशैल को A-68 नाम दिए जाने की संभावना है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण बर्फीले महाद्वीप से समय-समय पर छोटे-छोटे हिमशैल अलग होते रहते हैं। लेकिन यह क्योंकि यह बेहद बड़ा है ऐसे में महासागर में जाने के इसके रास्ते पर निगरानी की जरूरत है क्योंकि यह महासागरों से होने वाले यातायात के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि खासतौर पर दक्षिणी ध्रुव के आसपास से गुजरने वाले जहाजों के लिए यह गंभीर खतरा बन सकता है।
Created On :   12 July 2017 11:26 PM IST