उत्तर कोरिया के खिलाफ साथ आए अमेरिका, जापान

डिजिटल डेस्क, टोक्यो।उत्तर कोरिया के खिलाफ जापान और अमेरिका साथ आ गए हैं।अपने एशिया दौरे के दूसरे दिन ट्रंप ने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को विश्व सभ्यता और अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा बताया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, उत्तर कोरिया पर रणनीतिक धैर्य दिखाने का समय खत्म हो गया है। इस देश पर लगाम कसने के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया गया है, जिसपर जापान का भी समर्थन है। उन्होंने ये सारी बातें जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मौजूदगी में कही
अमेरिका के करीबी सहयोगी आबे ने भी ट्रंप के बयान से सहमति जताई कि उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने के लिए सैन्य बल के इस्तेमाल सहित सभी विकल्प खुले हुए हैं। बता दें कि जापान उत्तर कोरिया के मिसाइल लक्ष्य पर है।जापान के प्रधानमंत्री आबे ने 35 कोरियाई समूहों और लोगों की संपत्तियों पर जापान द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने की भी घोषणा की। गौरतलब है कि उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र भी कई प्रतिबंध लगा चुका है।
ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा पर अमेरिका हर समाधान पर गौर कर सकता है।जरुरत पड़ी तो सैन्य हस्तक्षेप पर भी विचार किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ट्रंप का एशिया दौरा शुरू होने से पहले परमाणु बम हमले में सक्षम दो अमेरिकी अत्याधुनिक बी 1-बी बमवर्षकों ने कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर से उड़ान भरी थी। इस वायुसेना अभ्यास में अमेरिकी बमवर्षक के साथ जापान और दक्षिणी कोरिया के लड़ाकू विमान भी साथ थे। अमेरिका द्वारा इस अभ्यास को उत्तर कोरिया ने परमाणु हमला बताया था।उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने बताया था कि अमेरिका एक गैंगस्टर पूंजीपति के अंदाज में कोरियाई प्रायद्वीप के हालात बिगाड़ रहा है।वह परमाणु युद्ध करना चाहता है।
ट्रंप के दौरे का बड़ा उद्देश्य उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाना भी है। ट्रंप उत्तर कोरिया को पूरी तरह से नष्ट करने की चेतावनी दे चुके हैं। अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों को उत्तर कोरिया पर कड़ाई से लागू करने के लिए चीन पर भी दबाव बनाए हुए है।
Created On :   6 Nov 2017 5:41 PM IST