किम जोंग ने प्रतिबंधों को पूरी तरह से हटाने की मांग की, ट्रंप ने छोड़ी मीटिंग, वॉशिंगटन लौटे
डिजिटल डेस्क, हनोई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच शिखर सम्मेलन बिना किसी समझौते के समाप्त हो गया। ट्रंप ने कहा कि किम की प्रतिबंध हटाने की मांगों को देखते हुए उन्होंने मीटिंग खत्म करने का फैसला किया। बता दें कि किम जोंग और ट्रंप गुरुवार को एक द्विपक्षीय मीटिंग में वियतनाम की राजधानी हनोई में मिले। यह किम जोंग और ट्रंप के बीच दूसरी मुलाकात थी। इससे पहले दोनों देशों के प्रतिनिधि पिछले साल सिंगापुर में मिले थे।
वॉशिंगटन लौटने से पहले ट्रंप ने हनोई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। ट्रंप ने कहा, 'मूल रूप से किम चाहते थे कि प्रतिबंधों को पूरी तरह से हटा लिया जाए, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सकते। हालांकि मैं जानता हूं कि जो प्रगति हम दोनों देशों ने पहले की हैं, उसी मार्ग पर आगे बढ़ते रहेंगे। किम और मेरे रिश्ते अभी भी बहुत अच्छे हैं।'
ट्रंप ने कहा, 'हम दोनों देशों की बैठक विवादास्पद रूप से समाप्त नहीं हुई। हम दोनों ने एक दूसरे से अच्छे से मिलकर और अनुकूल वातावरण में इसे खत्म किया। हमारे संबंध अच्छे हैं और उम्मीद करता हूं भविष्य में भी बनी रहेंगे।' ट्रंप ने कहा कि हम दोनों के बीच ओटो वार्मबीयर को लेकर भी बातचीत हुई। 2017 में अमेरिका लौटने के 17 महीने पहले वार्मबीयर एक अमेरिकन नागरिक था, जिसे नॉर्थ कोरिया ने हिरासत में लिया था। हालांकि 2017 में वार्मबीयर को अमेरिका वापस भेज दिया गया था।
इसके कुछ दिनों बाद वार्मबीयर की मृत्यु हो गई थी। वार्मबीयर के माता-पिता ने नॉर्थ कोरियाई सरकार पर अपने बेटे को प्रताड़ित करने और उसकी मौत का कारण बनने का आरोप लगाया था। ट्रंप ने कहा कि 'किम को इस बारे में पता नहीं था और उन्हें इसका अफसोस है। ट्रंप ने कहा कि मुझे विश्वास है वह भविष्य में ऐसा नहीं होने देंगे।' इस कॉन्फ्रेंस के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति वाशिंगटन लौट गए।
बता दें कि इससे पहले पिछले साल जून में अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के शासकों ने सिंगापुर में मुलाकात की थी। इस मीटिंग में किम ने ट्रम्प से नॉर्थ कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग की थी और साथ ही 1950-53 कोरियन वॉर को भी ऑफिशयली समाप्त करने को कहा था। हालांकि यूएस ने इस मांग को ठुकरा दिया था और कहा था कि यूएस इस मांग को तभी पूरा करेगा, जब प्योंगयांग परमाणु मुक्त हो जाएगा। किम ने इस शर्त को मान लिया था। इसके बाद यूएस राष्ट्रपति ने भी किम जोंग से फरवरी में मिलने की इच्छा जताई थी।
Created On :   1 March 2019 5:32 PM IST