एटमी हथियारों पर बैन : 122 देशों की हां, भारत-पाकिस्तान की ना

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने से जुड़ी पहली वैश्विक संधि की स्वीकृति के पक्ष में संयुक्त राष्ट्र में 122 देशों ने शनिवार को मतदान किया। हालांकि, भारत, अमेरिका, चीन और पाकिस्तान सहित अन्य परमाणु क्षमता सम्पन्न देशों ने इस व्यवस्था का बहिष्कार किया। परमाणु सम्पन्न राष्ट्र इस संधि के लिए हुई वार्ता में शामिल नहीं हुए।
परमाणु हथियार प्रतिबंध संधि, परमाणु अप्रसार के लिए कानूनी तौर पर बाध्यकारी पहली बहुपक्षीय व्यवस्था है, जिसके लिए 20 साल से चर्चा चल रही है। सितंबर में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में इस संधि पर सभी देश दस्तखत कर सकेंगे।
लागू होने के लिए 50 देशों का अनुमोदन चाहिए
कम से कम 50 देशों द्वारा अनुमोदित किए जाने के बाद यह संधि प्रभावी हो जाएगी। इस संधि के विरोध में सिर्फ एक देश नीदरलैंड्स ने वोट किया, जबकि सिंगापुर मतदान से दूर रहा। वहीं भारत, अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इजरायल जैसे परमाणु संपन्न देशों ने इन वार्ताओं में हिस्सा नहीं लिया।
भारत की दलील
अक्टूबर में प्रस्ताव पर वोट से दूर रहने को लेकर दिए गए अपने स्पष्टीकरण में भारत ने कहा था कि वह इस बात से सहमत नहीं है कि प्रस्तावित सम्मेलन परमाणु निरस्त्रीकरण पर एक समग्र व्यवस्था कायम करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की लंबे समय से रही अपेक्षा पर खरा उतर पाएगा।
Created On :   8 July 2017 7:00 PM IST