अमेरिका ने लश्कर कमांडर अब्दुल रहमान को घोषित किया ग्लोबल टेररिस्ट

- 1997 से 2001 के बीच भारत में हुए आतंकवादी हमलों की साजिश में अब्दुल रहमान शामिल था।
- लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अब्दुल रहमान अल-दाखिल को अमेरिका ने मंगलवार को स्पेशली डेजिगनेटेड ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया।
- वह काफी समय से अमेरिका में प्रतिबंधित विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) का भी सदस्य था।
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अब्दुल रहमान अल-दाखिल को अमेरिका ने मंगलवार को स्पेशली डेजिगनेटेड ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कर दिया। 1997 से 2001 के बीच भारत में हुए आतंकवादी हमलों की साजिश में अब्दुल रहमान शामिल था। वह काफी समय से अमेरिका में प्रतिबंधित विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) का भी सदस्य था। अब्दुल रहमान जम्मू क्षेत्र में आतंकी संगठन का कमांडर भी रह चुका है। वह 2016 में जम्मू क्षेत्र के लिए लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था। 2018 की शुरुआत तक वह इस आतंकी संगठन में सीनियर कमांडर बना हुआ था।
US Department of State has designated Abdul Rehman al-Dakhil as a Specially Designated Global Terrorist. He was operational leader of LeT’s attacks in India between 1997 2001 was LeT"s divisional commander for the Jammu region in 2016. He is still a senior commander in LeT. pic.twitter.com/IxRdLU0Hfo
— ANI (@ANI) July 31, 2018
एक बयान में अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, "डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट ने एक्जिक्यूटिव ऑर्डर (EO) 13224 की धारा 1 (बी) के तहत अब्दुल रहमान अल-दाखिल को स्पेशली डेजिगनेटेड ग्लोबल टेररिस्ट (SDGT) की लिस्ट में डाल दिया है। EO 13224 के सेक्शन 1(b) उन विदेशी लोगों पर प्रतिबंध लगाता है जो अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए रिस्क है।
2004 में दाखिल को इराक में यूके की फोर्स ने पकड़ा था। 2014 तक पाकिस्तान को सौंपे जाने से पहले तक उसे इराक और अफगानिस्तान में अमेरिका की कस्टडी में रखा गया था। पाकिस्तान से छूटने के बाद दाखिल ने दोबारा लश्कर के लिए काम करना शुरू कर दिया। विदेश विभाग की तरफ से ये भी कहा गया कि अब्दुल को स्पेशली डेजिगनेटेड ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने का मकसद दाखिल को आतंकी हमलों की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के लिए जरूरी संसाधनों से वंचित करना है।
Created On :   31 July 2018 11:14 PM IST