ट्रंप-किम की मुलाकात के लिए बुक होटल का खर्च नहीं उठा सकता नॉर्थ कोरिया

US North Korea summit US trying to find discreet way to pay for Kim Jong Un Singapore hotel
ट्रंप-किम की मुलाकात के लिए बुक होटल का खर्च नहीं उठा सकता नॉर्थ कोरिया
ट्रंप-किम की मुलाकात के लिए बुक होटल का खर्च नहीं उठा सकता नॉर्थ कोरिया

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन के बीच 12 जून को सिंगापुर में मुलाकात होनी है। इसको लेकर अमेरिकी और उत्तर कोरियाई अफसरों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन सबके बीच दुविधा ये खड़ी हो गई है कि जिस होटल में दोनों नेताओं के बीच ऐतिहासिक द्विपक्षीय शिखर वार्ता होनी है, उसका एक रात का किराया चार लाख रुपए है और आर्थिक तंगी से जूझ रहा नॉर्थ कोरिया इतना खर्च नहीं उठा सकता। ऐसे में अमेरिका को ये बिल भरना पड़ सकता है।

 

जानकारी के मुताबिक ट्रंप और किम के बीच मुलाकात सिंगापुर नदी के पास होटल फुलर्टन होटल में होगी।  यह होटल 1928 में बना था। यहां प्रेसिडेंशियल सुइट का एक रात का किराया 4 लाख रुपए है। हालांकि नॉर्थ कोरिया के पास पैसे की कमी का मुद्दा हाल ही में व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ "जो हेगिन" और किम जोंग उन के अफसर "किम चांग सोन" के बीच बातचीत में भी उठा था। हालांकि इस मामले में अमेरिका का कहना है, अगर नॉर्थ कोरिया फाइव स्टार होटल का बिल नहीं चुका पाता है, उस स्थिति में हम भुगतान करने के लिए तैयार हैं। 

 


नॉर्थ कोरिया आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। जिसकी वजह से वह किम और प्रतिनिधिमंडल का खर्च उठा पाने की हालत में नहीं है। ऐसी स्थिति में अमेरिका भी किसी ऐसे देश को मनाने में जुटा हुआ है जो किम जोंग का खर्च उठा सके। अमेरिकी योजनाकार ऐसे देश को ढूंढ रहे हैं जो सिंगापुर में नॉर्थ कोरिया प्रतिनिधिमंडल का बिल चुका दे। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नुअर्ट ने कहा संभावना है कि सिंगापुर सरकार नॉर्थ कोरियाई प्रतिनिधिमंडल का खर्च उठा सकती है। 


दरअसल हाल ही में साउथ कोरिया में शीतकालीन ओलिंपिक हुए थे। इसमें दक्षिण कोरिया ने नॉर्थ कोरियाई डेलिगेशन का करीब 17 करोड़ रुपए का बिल चुकाया था। इसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए उत्तर कोरिया के 22 सदस्यों को अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने पैसे दिए थे। गौरतलब है कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के प्रतिबंधों के कारण नॉर्थ कोरिया की अर्थव्यवस्था संकट में फंसी हुई है। 
 

Created On :   3 Jun 2018 1:15 PM IST

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