एंटी-मुस्लिम वीडियो री-ट्वीट करने पर ट्रंप ने कहा- 'मैं माफी मांगने को तैयार'

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने एंटी-मुस्लिम वीडियो को री-ट्वीट करने पर आखिरकार माफी मांगने को तैयार हो गए हैं। ब्रिटेन में ITV पर टेलीकास्ट हुए एक प्रोग्राम में ट्रंप ने कहा है कि वो माफी मांगने को तैयार हैं। ट्रंप ने पिछले साल नवंबर में "ब्रिटेन फर्स्ट" नाम की ऑर्गनाइजेशन के तीन वीडियोज़ को री-ट्वीट किया था, जिसमें इस्लामी हिंसा दिखाई दी गई थी। बता दें कि एंटी-मुस्लिम वीडियोज़ को री-ट्वीट करने पर ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे ने भी ट्रंप के इस कदम की आलोचना करते हुए गलत बताया था।
क्या कहा ट्रंप ने?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने "गुड मॉर्निंग ब्रिटेन" प्रोग्राम में एंटी-मुस्लिम वीडियोज़ को री-ट्वीट करने पर माफी मांगते हुए कहा है कि उनका मकसद किसी का दिल दुखाना नहीं था। ट्रंप ने कहा कि "वो ब्रिटेन फर्स्ट के इन वीडियोज़ को शेयर करके किसी का दिल नहीं दुखाना चाहते थे।" उन्होंने कहा कि "अगर आप मुझे बता रहे हैं कि वो लोग रेशलिस्ट (नस्लवादी) लोग थे और आप चाहते हैं कि मैं इसके लिए माफी मांगू तो तो मैं पक्का माफी मांगूंगा।" इसके आगे ट्रंप ने ये भी कहा कि "इन वीडियोज़ को री-ट्वीट करने का मतलब किसी का प्रचार-प्रसार करना नहीं था।"
ट्रंप ने शेयर किए थे एंटी-मुस्लिम वीडियो
दरअसल, पिछली साल नवंबर में यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट से तीन एंटी-मुस्लिम वीडियो शेयर किए गए थे। इन वीडियो को "ब्रिटेन फर्स्ट" की लीडर जेडा फ्रांसेन ने ट्विटर पर पोस्ट किया था। इसके एक वीडियो में एक प्रवासी मुसलमान एक व्यक्ति पर हमला करते हुए दिख रहा है। बाकी के दो वीडियो भी इसी तरह के थे। इन्हीं वीडियो को ट्रंप ने भी री-ट्वीट किया था।
ब्रिटिश पीएम ने बताया था गलत
एंटी-मुस्लिम वीडियो को शेयर करने के बाद ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे ने ट्रंप की आलोचना करते हुए इसे "गलत" बताया था। ब्रिटिश पीएम के ऑफिस ने ब्रिटेन फर्स्ट केी तरफ से ट्वीट किए गए एंटी-मुस्लिम वीडियोज़ को री-ट्वीट करना गलत बताया था। ब्रिटिश पीएमओ की तरफ से एक बयान जारी कर कहा गया था कि "ब्रिटेन फर्स्ट नफरत फैलाने वाली बातें करता है, जो झूठी होती है और टेंशन क्रिएट करती हैं।"
ट्रंप ने ब्रिटिश पीएम को दी थी नसीहत
.@Theresa_May, don’t focus on me, focus on the destructive Radical Islamic Terrorism that is taking place within the United Kingdom. We are doing just fine!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 30, 2017
इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे की बातों पर रिएक्ट करते हुए कहा था कि थेरेसा मे मुझ पर नहीं बल्कि अपने यहां पनप रहे इस्लामिक आतंकवाद पर फोकस करें। 30 नवंबर 2017 को किए गए इस ट्वीट में प्रेसिडेंट ट्रंप ने ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे को नसीहत देते हुए कहा कि वो अपने यहां फैल रहे आतंकवाद पर गौर करें। ट्रंप ने थेरेसा मे को टैग करते हुए ट्वीट किया, जिसमें लिखा था "थेरेसा मे मुझ पर ध्यान मत दीजिए, बल्कि यूनाइटेड किंगडम में फैल रहे कट्टर इस्लामिक आतंकवाद पर गौर कीजिए। हम यहां आतंकवाद के खिलाफ अच्छा काम कर रहे हैं।
व्हाइट हाउस ने किया था ट्रंप का बचाव
डोनाल्ड ट्रंप के वीडियो री-ट्वीट करने के बाद व्हाइट हाउस ट्रंप के बचाव में सामने आया था। व्हाइट हाउस के प्रेस उपसचिव राज शाह ने कहा था कि "प्रेसिडेंट कई सालों से नेशनल सिक्योरिटी की बात करते आ रहे हैं। वो इलेक्शन कैंपेन से लेकर व्हाइट हाउस में आने तक इस मुद्दे को उठाते रहे हैं। ट्रंप ने कल भी इस बारे में बात की।" बता दें कि इलेक्शन कैंपेन के दौरान भी डोनाल्ड ट्रंप कई बार एंटी-मुस्लिम बयान दे चुके हैं।
क्या है ब्रिटेन फर्स्ट?
ब्रिटेन फर्स्ट असल में एक ऑर्गनाइजेशन है, जिसे ब्रिटेन की धुर दक्षिणपंथी ब्रिटिश नेशनल पार्टी (BNP) के फॉर्मर मेंबर्स ने बनाया है। इस ऑर्गनाइजेशन को 2011 में बनाया गया था। ब्रिटेन फर्स्ट सोशल मीडिया पर "विवादित पोस्ट" करने के लिए ही जाना जाता है। इस ऑर्गनाइजेशन का मानना है कि ब्रिटेन का "इस्लामीकरण" हो रहा है। ट्विटर पर एंटी-मुस्लिम वीडियो शेयर करने वाली जेडा फ्रांसेन भी ब्रिटेन फर्स्ट की मेंबर हैं और इन वीडियोज़ को डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से रीट्वीट किए जाने पर काफी खुश भी हैं।
Created On :   27 Jan 2018 10:04 AM IST