डोकलाम में चीनी दखल की खबरों को भारत ने किया खारिज, कहा- यथास्थिति बरकरार

- अमेरिका की तरफ से ये बात कही है।
- अमेरिका ने विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन के युद्ध अभ्यास की तुलना इससे की है।
- डोकलाम में गुपचुप तरीके से चीन ने अपनी गतिविधियां शुरू कर दी है।
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। डोकलाम में गुपचुप तरीके से चीन की नई गतिविधियां शुरू करने की मीडिया में आई खबरों को भारतीय विदेश मंत्रालय ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। भारत सरकार के ऑफिशियल स्पोक पर्सन ने कहा कि ये रिपोर्ट गलत हैं। अमेरिकी सांसद एन वेगनर ने यह टिप्पणी प्रश्न के रूप में अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी से पूछी थी। एलिस जी वेल्स ने जवाब में डोकलाम का कोई जिक्र नहीं किया। उन्होंने केवल इतना ही कहा कि भारत अपनी उत्तरी सीमाओं की मुस्तैदी से रखवाली कर रहा है और यह उसके लिए चिंता का विषय है। विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन के युद्ध अभ्यास की तुलना करते हुए ये बात कही गई थी। उन्होंने कहा था कि हिमालयी क्षेत्र में चीन की गतिविधियां मुझे उसके दक्षिण चीन सागर नीति की याद दिलाती हैं। प्रवक्ता ने कहा कि वे दोहराते हैं कि 28 अगस्त 2017 को भारत और चीन की सेनाओं के पीछे हटने के बाद से उस स्थान पर और आसपास कोई नई गतिविधि नहीं हुई है और क्षेत्र में यथास्थिति बरकरार है।
भारत के लिए चिंता का विषय
इससे पहले आई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला सांसद एन वेगनर ने कहा था, वैसे दोनों देशों में गतिरोध खत्म हो गया था, पर अब चीन ने डोकलाम में फिर से अपनी गतिविधियां चुपचाप शुरू कर दी हैं लेकिन न तो भारत ने और न ही भूटान ने उसे ऐसा करने से रोका है। हिमालयी क्षेत्र में चीन की गतिविधियां मुझे उसके दक्षिण चीन सागर नीति की याद दिलाती हैं।" वहीं भारतीय सीमा के निकट सड़क बनाने को लेकर चीन की आक्रामक गतिविधियों के संबंध में सवाल पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रमुख उपसहायक (दक्षिण और मध्य एशिया) एलीज जी वेल्स ने कहा कि उनका आकलन है कि भारत मजबूती से अपनी उत्तरी सीमा का बचाव कर रहा है और ऐसे में यह भारत के लिए चिंता का विषय है।"
क्या है डोकलाम विवाद?
गौरतलब है कि पिछले साल जून में चीनी सैनिकों द्वारा भूटान के डोकलाम क्षेत्र में रोड बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हुआ था। भारतीय सैनिकों ने भारत, चीन और भूटान के इस ट्राइजंक्शन में पहुंचकर चीनी सेना को रोड बनाने से रोक दिया था। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस घटना के बाद करीब ढाई महीनों तक डोकलाम में भारतीय-चीनी सैनिक एक-दूसरे के सामने डंटे हुए थे। इस दौरान चीनी मीडिया ने कई बार भारत को युद्ध की धमकी भी दी थी। हालांकि अगस्त के अंत तक यह विवाद सुलझा लिया गया था।
बता दें कि डोकलाम भूटान का क्षेत्र है, जिस पर चीन अपना हिस्सा होने का दावा करता आया है। वहीं भारत का कहना है कि चीन डोकलाम पर कब्जा कर भारत-चीन और भूटान के ट्राइजंक्शन का नक्शा बिगाड़ना चाहता है।
Created On :   26 July 2018 6:06 PM IST