विजय माल्या के रहने लायक भारतीय जेल नहीं, वकील

डिजिटल डेस्क, लंदन। ब्रिटेन में प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई का सामना कर रहे विवादित शराब कारोबारी विजय माल्या के वकीलों ने गुरुवार को अजीब तर्क दिया है। विजय माल्या के वकील का कहना है कि भारतीय जेलों में क्षमता से अधिक कैदी होते हैं और उनमें साफ सफाई भी ठीक नहीं होती है इसलिए विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पित करना ठीक नहीं है।
माल्या की वकील क्लेयर मोंटगोमेरी ने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में गवाह के तौर पर जेल सेवाओं के विशेषज्ञ डॉ एलन मिशेल को पेश किया। उन्होंने धोखाधड़ी तथा काला धन मामले में प्रत्यर्पण की स्थिति में माल्या के साथ किये जाने वाले व्यवहार संबंधी भारत सरकार के दावों को गलत साबित करने की कोशिश की। मोंटगोमी ने कहा कि माल्या को मुंबई के आर्थर रोड जेल के 12वें बैरक में रखा जाएगा और उसकी स्थिति संतोषजनक नहीं है।
डॉ मिशेल के मुताबिक भारत सरकार द्वारा किए गए वादे आम हैं और यह बताते हैं कि जेल की स्थिति माल्या को रखे जाने के लायक हैं, पर किसके हिसाब से लायक? उल्लेखनीय है कि 9000 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के संदर्भ में ब्रिटेन की अदालत में माल्या के प्रत्यर्पण की जारी सुनवाई चार दिसंबर को शुरू हुई थी।
61 वर्षीय माल्या के बचाव दल ने भारत सरकार की ओर से क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) द्वारा धोखाधड़ी के मामले में तैयार किये गये मामले के जवाब में शुरुआती दलीलों के तहत इस मुद्दे को उठाया। बीते 5 दिसंबर को लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में शराब कारोबारी विजय माल्या की प्रत्यर्पण सुनवाई में भारत की जेल प्रणाली की तुलना रूस के कारागारों के हालात से हुई। बचाव पक्ष ने जज एम्म आर्बुथनॉट से कहा कि भारत में जेलों में सुरक्षित हालात पर भारतीय अधिकारियों द्वारा दिये गये आश्वासनों के सही से अनुपालन की कोई प्रणाली नहीं है।
Created On :   15 Dec 2017 8:47 PM IST