Bitcoin के जरिए करती थी IS की मदद, न्यूयार्क में गिरफ्तार पाकिस्तानी महिला

Women arrested in New york for helping Islamic State
Bitcoin के जरिए करती थी IS की मदद, न्यूयार्क में गिरफ्तार पाकिस्तानी महिला
Bitcoin के जरिए करती थी IS की मदद, न्यूयार्क में गिरफ्तार पाकिस्तानी महिला

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। न्यूयॉर्क में पाकिस्तानी मूल की एक महिला को आतंकी संगठन IS की मदद के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। महिला पर आरोप है कि उसने बिटक्वाइन के जरिए आतंकी संगठन की मदद की है। पुलिस को महिला के खिलाफ कई तरह के सबूत भी मिले है। बताया जा रहा है कि इस्तानबुल के रास्ते महिला की IS में शामिल होने की प्लानिंग थी।

 

ब्रेंटवूड से गिरफ्तार

27 साल की जूबिया शहनाज न्यूयॉर्क के एक अस्पताल में लेब टेक्निशियन के तौर पर काम कर रही थी। जूबिया पर करीब 62 हजार डॉलर आतंकी संगठन IS को पहुंचाने का आरोप है। जूबिया को ब्रेंटवुड में उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी जूबिया को न्यूयॉर्क के सफॉक काउंटी कोर्ट में पेश किया गया। मेजिस्ट्रेट जज कैथलीन टॉमलिंसन ने ज़ूबिया को कस्टडी में रिमांड पर भेज दिया गया है। अब जनवरी में दोबारा जूबिया को पेश किया जाएगा।

 

इंटरनेट के जरिए जुटाई जानकारी

पाकिस्तान मे जन्मी जूबिया शहनाज पर आरोप है कि उसने कई अमेरिकी बैंक को चपत लगाई है। इस करंसी को उसने पाकिस्तान, चीन और टर्की के रास्ते IS को इराक और लेवेंट में भेजा है। जूबिया के इंटरनेट रिकॉर्ड से पता चला है कि उसने 2015 में IS के बारे में पता करना शुरु किया था। महिला जिहादी और वेस्टर्न यूनियन से करंसी ट्रांस्फर के बारे में भी जूबिया जानकारी जुटा रही थी। जनवरी 2016 में उसने सीरियन मेडिकल सोसाइटी जॉर्डन में वॉलेंटियर के तौर पर काम किया था। जूबिया करीब 2  हफ्ते तक जॉर्डन की राजधानी अम्मान के जटारी रिफ्यूजी कैंप में रुकी थी। ये वहीं इलाके हैं जहां पर ISIS का प्रभाव है।

 

बैंक को लगाई चपत

अमेरिका लौटने के बाद जूबिया ने गलत जानकारी देकर दर्जनों क्रेडिट कार्ड बनवा लिए और बैंक से लोन लेकर बिटक्वाइन के जरिए इन पैसों को आतंकी  संगठन को ट्रांस्फर कर दिया। जांच एजेंसी को दूसरी क्रिप्टो करंसी के उपयोग की भी जानकारी मिली है। जानकारी के अनुसार मेनहैटन के अस्पताल में काम करने वाली जूबिया ने इस साल मार्च और अगस्त के महीने में ये करंसी ट्रांस्फर की थी।

 

सीरिया जाने का था प्लान

पिछले महीने जूबिया ने जॉब छोड़ दी थी और वह सीरिया जाने की फिराक में थी। जांच में सामने आया है कि आरोपी ज़ूबिया, इस्तानबुल के रास्ते IS में शामिल होना चाहती थी। उसने इस्तानबुल जाने का तो टिकिट लिया था, लेकिन वापस आने का नहीं। जूबिया ने पूछताछ में बताया था कि वह इस्तानबुल में मज्जिद घूमने जा रही है, लेकिन उसने बाद में कबूल किया कि इस्तानबुल में उसके पहचान का कोई भी नहीं है और न ही उसने किसी होटल का रिजर्वेशन कराया है।

अगर जूबिया पर लगे आरोप सही साबित होते है उसे बैंक फ्रॉड के लिए 30 साल और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में 20 साल की सजा हो सकती है। हालांकि जूबिया के वकील स्टीव जीशॉव की ओर से अभी कोई बयान सामने नहीं आया है।   
 

Created On :   17 Dec 2017 10:13 AM IST

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