ब्रिटेन के अखबारों में जुकरबर्ग का माफीनामा

ब्रिटेन के अखबारों में जुकरबर्ग का माफीनामा

डिजिटल डेस्क, लंदन। डाटा लीक मामले में फेसबुक फाउंडर मार्क जुकरबर्ज ने ब्रिटेन के अखबारों में रविवार को फुल पेज का माफीनामा प्रकाशित करवाया है। इस माफीनामे में जुकर्बर्ग ने जानकारी को सुरक्षित रखने को उनकी जिम्मेदारी बताया है। बता दें कि इससे पहले भी जुकरबर्ग ने फेसबुक पोस्ट के जरिए डाटा लीक होने पर माफी मांगी थी। वहीं उन्होंने कहा था कि भारत में आगामी चुनावों को देखते हुए सिक्योरिटी फीचर्स को मजबूत कर रहे है।

सूचना सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी
ब्रिटेन के न्यूज़ पेपर में पिछले पन्ने पर प्रकाशित माफीनामे में उन्होंने कहा, "आपकी सूचना सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। हम अगर नहीं कर सकते तो हम इसके योग्य नहीं हैं। जुकरबर्ग ने ये भी कहा कि यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता ने क्विज तैयार किया था, जिस कारण लाखों लोगों का वर्ष 2014 में डाटा लीक हुआ। उन्होंने कहा कि हमारे साथ विश्वास हुआ है और मैं इसके लिए आपसे माफी मांगता हूं। अब दोबारा ऐसा न हो इसके लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। जुकरबर्ग ने कहा, हम थर्ड पार्टी एप की जांच कर रहे हैं क्योंकि इनके पास डेटा तक पहुंच है। जब हमें पता लग जाएगा तो इसे बैन कर हर प्रभावित व्यक्ति को बताएंगे।

अलेक्जेंडर कोगन को ठहराया दोषी
फेसबुक ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता अलेक्जेंडर कोगन को डेटा लीक के लिए दोषी ठहराया है। कोगन ने फेसबुक के लिए लाइफस्टाइल क्विज ऐप तैयार किया था जिसे 270,000 लोगों ने डाउनलोड किया था, लेकिन इसने करोड़ों लोगों तक अपनी पहुंच बना दी थी।

जुकरबर्ग ने अपनी पोस्ट में क्या लिखा?
बता दें कि बुधवार को मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक पर डाटा लीक होने की गलती को माना था। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि "कैम्ब्रिज एनालिटिका वाले मामले में मैं आपसे कुछ शेयर करना चाहता हूं। कंपनी ने इस मामले में अभी तक कई कदम उठाए हैं और आगे भी उठाएंगे। हमारे पास आपका डाटा प्रोटेक्ट करने की जि्मेदारी है और अगम हम ऐसा नहीं कर पाते हैं तो हम आपको सर्विस देने के लायक नहीं है। मैं ये समझने के लिए काम कर रहा हूं कि ये सब कैसा हुआ और इसे कैसे रोका जा सकता है। हालांकि हमने इसको लेकर पहले भी कई कदम उठाए हैं लेकिन हमसे कई गलतियां भी हुईं, जिनको लेकर काम किया जा रहा है।" उन्होंने ये भी लिखा कि हम अपनी गलतियों से सीखेंगे और फिर से आपका विश्वास जीतेंगे।

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ब्रिटेन की एक पॉलिटिक कंसल्टेंसी फर्म "कैम्ब्रिज एनालिटिका" पर करीब 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा उनकी इजाजत के बिना यूज करने का आरोप लगा है। एक चैनल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में इस बात का खुलासा किया है। चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में ये बात निकलकर आई कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने करोंड़ों फेसबुक यूजर्स के पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल किया। इसके साथ ही ये भी दावा किया गया है कि कंपनी ने 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस डाटा का इस्तेमाल किया और ट्रंप को फायदा पहुंचाया। इसके लिए कंपनी ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया, जिससे लोगों के पॉलिटिकल इंटरेस्ट का अंदाजा लगाया जा सके। इस खबर के सामने आने के बाद के बाद फेसबुक को करीब 40 अरब डॉलर का नुकसान होने की बात कही जा रही है। 

Created On :   25 March 2018 9:56 PM IST

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