Nimisha Priya Execution: निमिषा प्रिया को जल्द हो सकती है फांसी! मृतक के परिजनों ने ब्लड मनी लेने से किया इनकार, अटॉर्नी जनरल को लिखा पत्र

- निमिषा प्रिया की बढ़ी मुश्किलें
- मृतक के भाई ने फांसी की तारीख की कोर्ट से लगाई गुहार
- निमिषा प्रिया की क्यों टली थी फांसी?
डिजिटल डेस्क, सना। यमन की जेल में बंद निमिषा प्रिया की मुश्किलें बढ़ सकती है। मृतक तलाल उब्दो मेहदी के भाई अब्दुल फतह मेहदी ने अटॉर्नी जनरल जज अब्दुल सलाम अल-हूती को लेटर लिखा है, इसमें उन्होंने मांग की है कि आरोपी को फांसी देने के लिए तुरंत नई तारीख दी जाए।
मृतक के भाई ने बीते रविवार को अटॉर्नी जनरल को लिखे पत्र में कहा, "हम इस मामले में किसी भी तरह की सुलह नहीं चाहते हैं। फांसी को स्थगित किए हुए आधे महीने से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन फिर भी अभी तक नई तारीख की घोषणा नहीं की गई है। हम आरोपी को सजा दिलाने के लिए अपने अधिकारों की पूर्ति करने की मांग करते हैं।"
माफी वाली खबरों को बताया भ्रामक
इसके पहले भी मृतक के भाई ने 25 जुलाई को आरोपी की फांसी की मांग करते हुए एक औपचारिक लेटर लिखा था। इसके अलावा उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए माफी वाले सुझाव की अलोचना की है। साथ ही माफी मांगने वाली खबरों को भ्रामक बताया है। अब्दुल ने आगे कहा, "तलाल का खून समझौते के बाजार में एक वस्तु की तरह नहीं रहेगा।"
निमिषा प्रिया भारत के केरल राज्य की रहने वाली है। वह साल 2008 में नर्स के तौर पर यमन काम करने गई थी। इसके कुछ साल बाद उन्होंने तलाल उब्दो मेहदी के साथ मिलकर क्लीनिक शुरू किया था, लेकिन साल 2017 में मेहदी को बेहोशी की दवा का अधिक डोज देकर हत्या करने के आरोप लगा है। इसके बाद से वह यमन की जेल में सजा काट रही हैं। हालांकि, 16 जुलाई को निमिषा प्रिया को फांसी दी जानी थी, लेकिन अभी उसे टाल दिया गया है।
क्यों टल गई थी फांसी?
इस मामले में 14 जुलाई को केरल के प्रभावशाली मुस्लिम धर्मगुरु ग्रैंड मुफ्ती एपी अबूबकर मुसलियार ने यमन के कुछ शेखों से बात की, इसके बाद उसकी मौत की सजा को रोक दिया गया था। इसकी पुष्टि सुप्रीम कोर्ट के वकील और काउंसिल के सदस्य सुभाश चंद्र ने बीबीसी को दिए इंटव्यू में की।
Created On :   4 Aug 2025 8:30 PM IST