कंगाल पाकिस्तान का बुरा हाल: ट्रैफिक लाइट्स तक सुधरवाने के पैसे नहीं, कराची की सड़कों पर सरेआम उड़ रही नियमों की धज्जियां

ट्रैफिक लाइट्स तक सुधरवाने के पैसे नहीं, कराची की सड़कों पर सरेआम उड़ रही नियमों की धज्जियां
  • दिन ब दिन खराब होते पाकिस्तान के हालात
  • कराची में 80 फीसदी ट्रैफिक सिंग्नल खराब
  • दुनिया भर में मदद के लिए फैला रहा हाथ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्ज की मार झेल रहे पाकिस्तान के हालात दिन ब दिन खराब होते जा रहे हैं। उसकी माली हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता वहां के महानगरों की यातायात व्यवस्था को सही कराने के लिए भी उसके पास पैसे नहीं हैं। जिस वजह पड़ोसी मुल्क की सड़कों पर ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। सिंध प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री को वहां के यातायात अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी।

डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक कराची में करीब 10 हजार किलोमीटर का रोड नेटवर्क है। जहां 40 लाख मोटरबाइक्स समेत लगभग 65 लाख वाहन चलते हैं। वहीं शहर में कुल ट्रैफिक सिग्नल 135 हैं। इनमें से भी 44 ऐसी जगह हैं जो सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील हैं। इन जगहों के करीब 80 फीसदी सिग्नल खराब हो चुके हैं। जिस वजह से यहां धड़ल्ले से ट्रैफिक नियमों की अनदेखी की जा रही हैं। जिसका परिणाम है कि शहर में हादसों की संख्या की बढ़ गई है।

कंगाली की कगार पर खड़ा पाकिस्तान दुनिया के कई देशों के पास मदद के लिए हाथ फैला रहा है। हाल ही में उसने यूएई से मदद मांगी थी। दरअसल, पाकिस्तान का लाहौर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार है। यहां की जनता बीते कुछ दिनों से भारी प्रदूषण से परेशान थी। ऐसे में पाकिस्तान ने यूएई से मदद मांगी, जिस पर यूएई ने लाहौर में कृत्रिम बारिश कराई।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ते प्रदूषण से जनता को छुटकारा दिलाने के लिए पाकिस्तानी सरकार ने कृत्रिम बारिश की योजना बनाई थी। इसके लिए 35 करोड़ रुपयों की जरुरत थी, जिसके लिए पाकिस्तान ने अपने दोस्त चीन से मदद मांगी। लेकिन जब चीन की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला तो पाकिस्तान यूएई के सामने सहायता के लिए गिड़गिड़ाया। पड़ोसी मुल्क की खस्ता हाल पर तरस खाकर यूएई ने लाहौर के 10 स्थानों पर कृत्रिम बारिश कराई, जिससे वहां के लोगों को प्रदूषण से राहत मिली। जानकारी के मुताबिक इस काम के बदले यूएई ने पाकिस्तान से कोई पैसे भी नहीं लिए।

Created On :   17 Dec 2023 4:45 PM GMT

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