Delhi News: आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भड़कीं एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट मेनका गांधी, आदेश को बताया इंप्रैक्टिकल

आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भड़कीं एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट मेनका गांधी, आदेश को बताया इंप्रैक्टिकल
गली के कुत्तों को शेल्टर में डालने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर एनिमल राइट एक्टिविस्ट मेनका गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि पशुओं के प्रति भारत के दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करुणा से होना चाहिए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर प्रतिक्रिया दी है। सुप्रीम कोर्ट से आए फैसले को अव्यवहारिक बताया है। बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल और रास्तों में से आवारा कुत्तों को हटाकर उनको स्टेरलाइज और वैक्सीनेट करके शेल्टर होम में डालने का निर्देश जारी किया था। सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला 13 नवंबर को लिया था और इस पर ही मेनका गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है।

क्या बोलीं मेनका गांधी?

मेनका गांधी से एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सवाल किया है। इस पर उन्होंने कहा है, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कुत्ते हटाओ, बिल्ली हटाओ, बंदर हटाओ, उन्हें शेल्टर होम में रखो, उनकी नसबंदी करो लेकिन असल में कुछ भी ऐसा नहीं हो रहा है और कोई भी ऐसा नहीं कर सकता है। ये बहुत ही अव्यवहारिक है।

नगर निगम की कमी पर प्रतिक्रिया

मेनका गांधी ने नगर नगर निकायों के बीच समन्वय की कमी पर भी सवाल करते हुए कहा है कि पशुओं के प्रति भारत के दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करुणा से होना चाहिए ना कि नियंत्रण से होना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा है कि सिनेकाइंड की शुरुआत में अक्सर ये बात कही जाती है। ये पहल फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफसे मेनका गांधी के संगठन पीपुल फॉर एनिमल्स यानि पीएफए के सहयोग से शुरू हुआ है। इसका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ सिनेमा में दयालुता और मानवीय कहानी दर्शाने वालों को सम्मानित करना है।

Created On :   13 Nov 2025 5:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story