India-Pakistan Border Conflict: 'विमान गिरे यह महत्वपूर्ण नहीं..क्यों गिरे ये जरूरी..', भारतीय जेट गिरने के पाकिस्तान के दावों पर बोले सीडीएस अनिल चौहान

विमान गिरे यह महत्वपूर्ण नहीं..क्यों गिरे ये जरूरी.., भारतीय जेट गिरने के पाकिस्तान के दावों पर बोले सीडीएस अनिल चौहान
  • शांगरी-ला डायलॉग में शामिल हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान
  • पाकिस्तान के साथ संघर्ष पर की बात
  • पाक पीएम शहबाज के दावों को किया खारिज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) अनिल चौहान ने शनिवार को सिंगापुर में पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारतीय फाइटर जेट गिरने के दावों पर बात की। ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे? दरअसल, पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने 7 मई को संसद में कहा था कि पाक आर्मी ने चार राफेल समेत छह भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया था।

ब्लूमबर्ग ने सीडीएस से सवाल किया कि क्या पाकिस्तान ने संघर्ष के दौरान भारतीय जेट गिराए थे? जिसका जवाब देते हुए सेना प्रमुख ने कहा, असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे और हमने उनसे क्या सीखा। भारत ने अपनी गलतियों को पहचाना, उन्हें जल्दी सुधारा और फिर दो दिन के भीतर दुश्मन के ठिकानों को लंबी दूरी से निशाना बनाकर एक बार फिर प्रभावी तरीके से जवाब दिया।

पाकिस्तान के दावे को किया खारिज

पाकिस्तान के 6 भारतीय लड़ाकू विमान मार गिराने के दावे को गलत बताते हुए सीडीएस चौहान ने कहा, 'गिनती मायने नहीं रखती, बल्कि यह मायने रखता है कि हमने क्या सीखा और कैसे सुधार किया। CDS चौहान ने यह भी साफ किया कि इस संघर्ष में कभी भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की नौबत नहीं आई, जो कि एक राहत की बात है।'

पाक के साथ रिश्ते बेहतर होना मुश्किल

शांगरी-ला डायलॉग कार्यक्रम में 'भविष्य के युद्ध' विषय पर अपनी बात ऱखते हुए CDS जनरल अनिल चौहान ने पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर कहा, 'अब भारत बिना किसी रणनीति के कोई काम नहीं करता है। पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंध कायम रखने का दौर खत्म हो चुका है।' उन्होंने पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने पहले शपथ ग्रहण में पाकिस्तान के तत्कालीन PM नवाज शरीफ को न्योता भेजा था। उन्होंने कहा कि ताली बजाने के लिए दोनों हाथ चाहिए होते हैं, लेकिन अगर बदले में सिर्फ दुश्मनी ही मिले तो दूरी बनाए रखना एक समझदारी भरा फैसला है।

उन्होंने आगे कहा, 'जब भारत को आजादी मिली थी, तब पाकिस्तान सामाजिक विकास, GDP या फिर प्रति व्यक्ति आय जैसे कई मामलों में भारत से आगे था। अब स्थिति बदल गई है। अब भारत, पाकिस्तान से हर मोर्चे पर आगे है। यह बदलाव किसी संयोग की वजह से नहीं, बल्कि सोची-समझी रणनीति का नतीजा है।' बता दें कि शांगरी-ला डायलॉग के दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान ने जापान, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और कई अन्य देशों के रक्षा अधिकारियों से मुलाकात की।

Created On :   31 May 2025 7:04 PM IST

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