IND-PAK तनाव: पाकिस्तान के खिलाफ कांग्रेस नेता राशिद अल्वी का तीखा हमला, कहा - पाक ने एक चुटकी सिंदूर की कीमत और ताकत को पहचान लिया

पाकिस्तान के खिलाफ कांग्रेस नेता राशिद अल्वी का तीखा हमला, कहा - पाक ने एक चुटकी सिंदूर की कीमत और ताकत को पहचान लिया
  • भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव
  • भारत के हमलों से पस्त हुआ पाकिस्तान
  • कांग्रेस नेता राशिद अल्वी का तीखा हमला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बात की। इस दौरान उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' की तारीफ करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने एक चुटकी सिंदूर की कीमत और ताकत को पहचान लिया है।

पाकिस्तान पर राशिद अल्वी का हमला

राशिद अल्वी ने कहा, "निश्चित तौर पर पूरा भारत अपनी फौज पर गर्व करता है। हम जानते हैं कि पिछले 75 साल के अंदर हमारी फौज ने ऐसे कमाल करके दिखाए हैं, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। अगर पाकिस्तान इस इतिहास को पढ़ लेता और जान लेता कि 1965, 1971 और कारगिल में हमारी फौज ने किस तरीके से उसे मुंहतोड़ जवाब दिए थे, तो शायद वह हमारे देश के अंदर आतंक और दहशतगर्दी नहीं फैलाता। जो कुछ हुआ उसके बाद पाकिस्तान को सबक सिखाना बहुत जरूरी था।"

उन्होंने कहा, "भारत की फौज हमेशा से ताकतवर रही है। 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े किए गए। सरकार की जिम्मेदारी होती है कि वह लक्ष्य तय करे कि फौज को क्या करना है। वहीं, सेना की ताकत होती है कि वह उस लक्ष्य को हासिल करे। हमारी फौज की क्षमता और उसका शौर्य दुनिया में लोगों को यकीन करने पर मजबूर कर रहा है। पाकिस्तान से सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' इसलिए था कि हमारे देश में कोई दोबारा दहशतगर्दी न कर पाए। उन्हीं इलाकों को अटैक किया गया, जहां आतंकवादी पलते हैं। पाकिस्तान न एक चुटकी सिंदूर की कीमत और न ताकत जानता था। इस ऑपरेशन ने ताकत दिखा दी होगी और पता चल गया होगा कि भारत क्या कर सकता है।"

पहलगाम आतंकी हमले का लिया बदला

भारत सरकार के साथ खड़े होने की बात दोहराते हुए उन्होंने कहा, "हमने जो कुछ हासिल किया है, उसका क्रेडिट देश की सेना को जाता है।" राफेल के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा, "राफेल को यूपीए की सरकार भी खरीदना चाहती थी, मौजूदा सरकार ने उसे खरीदा है।"

आतंकियों को माकूल जवाब मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा, "उन्होंने (पहलगाम में) हमारे 26 निर्दोष लोगों को मारा, तो उन्हें जवाब देना निश्चित रूप से जरूरी था। अगर उन्हें जवाब नहीं दिया जाता, तो आतंकवादियों के हौसले और बढ़ जाते।"

Created On :   9 May 2025 11:07 PM IST

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