ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जाल में केन्या में फंसी थी 10 लड़कियां, सुषमा ने छुड़वाया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ह्यूमन ट्रैफिकिंग की शिकार 10 लड़कियों को विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने केन्या से छुड़वाया है। इनमें 3 भारतीय और 7 नेपाल की लड़कियां है। इन लड़कियों को संगठित अपराध के तहत मोंबासा में कैद किया गया था। लोकल पुलिस की मदद से इन्हें छुड़ाया गया है। विदेश मंत्री ने ट्वीट कर भारतीय हाई कमिश्नर सुचित्रा दुरई के प्रयासों की सराहना की और केन्या की लोकल पुलिस को धन्यवाद दिया।
I appreciate the efforts of Ms.Suchitra Durai, Indian High Commissioner in Kenya. Our First Secretary Karan Yadav deserves a special mention. We thank the Kenyan Police for their help./3 @IndiainKenya @capt_amarinder
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) January 4, 2018
सुषमा सुवराज ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "हमने तीन लड़कियों को केन्या से सकुशल बचाया है। इन लड़कियों को एक संगठन के द्वारा चलाए जा रहे महिला तस्करी के तहत केन्या ले जाया गया था। इनके अलावा सात नेपाली लड़कियों को भी उनके चंगुल से बचाया गया है। उनके पासपोर्ट और मोबाइल फोन्स ले लिए गए थे और उन्हें मोम्बासा में कैद कर के रखा गया था।"
We have rescued three Indian girls from Kenya. The girls were victims of an organised crime syndicate that indulged in trafficking of girls. Seven Nepalese girls were also rescued. Their Passports and phones were taken and they were held captive in Mombasa. /1
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) January 4, 2018
वहीं उन्होंने आगे लिखा, " विदेश मंत्रालय ने ट्रैफिकिंग रैकेट से जुड़ी जानकारी को पंजाब सरकार के साथ साझा किया है ताकि इस मामले में जुड़े लोगों और एजेंट के खिलाफ केस रजिस्टर किया जा सके।
We have flown our girls back to India. We are sharing details with Government of Punjab so that a case is registered against the agents and people involved. /2
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) January 4, 2018
मालूम हो की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपनी दरियादिली के लिए जानी जाती है। इससे पहले भी विदेशों में फंसे कई भारतियों की मदद कर चुकी है। ऐसे ही एक मामले में महाराष्ट्र के ठाणे की रहने वाली एक लड़की ने सुषमा स्वराज को ट्वीट कर उनसे मदद मांगी। दरअसल उक्त लड़की के पिता मिस्र में पिछले कई सालों से काम कर रहे थे, जहां उनकी मौत हो गई थी। उसने सुषमा से अपने पिता की बॉडी को भारत वापस लाने के लिए मदद की गुहार लगाई। इस पर सुषमा स्वराज ने तुरंत संज्ञान लेते हुए उसे हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।
सुषमा स्वराज ने अपने जवाब में ट्वीट किया, रीना.."हमने यह देखा। तुम्हारे पिता की दु:खद मौत पर मेरी गहरी संवेदनाएं तुम्हारे साथ है। मिस्र के साइरो में स्थित भारतीय दूतावास आपको इसमें हरसंभव मदद करेगा।" ऐसा लिखते हुए उन्होंने मिस्र स्थित भारतीय दूतावास को भी टैग किया।
Created On :   4 Jan 2018 7:55 AM GMT