ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जाल में केन्या में फंसी थी 10 लड़कियां, सुषमा ने छुड़वाया

3 Indian, 7 Nepalese girls held captive in Kenya rescued says Sushma Swaraj
ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जाल में केन्या में फंसी थी 10 लड़कियां, सुषमा ने छुड़वाया
ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जाल में केन्या में फंसी थी 10 लड़कियां, सुषमा ने छुड़वाया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ह्यूमन ट्रैफिकिंग की शिकार 10 लड़कियों को विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने केन्या से छुड़वाया है। इनमें 3 भारतीय और 7 नेपाल की लड़कियां है। इन लड़कियों को संगठित अपराध के तहत मोंबासा में कैद किया गया था। लोकल पुलिस की मदद से इन्हें छुड़ाया गया है। विदेश मंत्री ने ट्वीट कर भारतीय हाई कमिश्नर सुचित्रा दुरई के  प्रयासों की सराहना की और केन्या की लोकल पुलिस को धन्यवाद दिया।

 

 


सुषमा  सुवराज ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "हमने तीन लड़कियों को केन्या से सकुशल बचाया है। इन लड़कियों को एक संगठन के द्वारा चलाए जा रहे महिला तस्करी के तहत केन्या ले जाया गया था। इनके अलावा सात नेपाली लड़कियों को भी उनके चंगुल से बचाया गया है। उनके पासपोर्ट और मोबाइल फोन्स ले लिए गए थे और उन्हें मोम्बासा में कैद कर के रखा गया था।"

 

 


वहीं उन्होंने आगे लिखा, "  विदेश मंत्रालय ने ट्रैफिकिंग रैकेट से जुड़ी जानकारी को पंजाब सरकार के साथ साझा किया है ताकि इस मामले में जुड़े लोगों और एजेंट के खिलाफ केस रजिस्टर किया जा सके।

 

 

 

मालूम हो की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपनी दरियादिली के लिए जानी जाती है। इससे पहले भी विदेशों में फंसे कई भारतियों की मदद कर चुकी है। ऐसे ही एक मामले में महाराष्ट्र के ठाणे की रहने वाली एक लड़की ने सुषमा स्वराज को ट्वीट कर उनसे मदद मांगी। दरअसल उक्त लड़की के पिता मिस्र में पिछले कई सालों से काम कर रहे थे, जहां उनकी मौत हो गई थी। उसने सुषमा से अपने पिता की बॉडी को भारत वापस लाने के लिए मदद की गुहार लगाई। इस पर सुषमा स्वराज ने तुरंत संज्ञान लेते हुए उसे हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।

 

सुषमा स्वराज ने अपने जवाब में ट्वीट किया, रीना.."हमने यह देखा। तुम्हारे पिता की दु:खद मौत पर मेरी गहरी संवेदनाएं तुम्हारे साथ है। मिस्र के साइरो में स्थित भारतीय दूतावास आपको इसमें हरसंभव मदद करेगा।" ऐसा लिखते हुए उन्होंने मिस्र स्थित भारतीय दूतावास को भी टैग किया।

 

Created On :   4 Jan 2018 7:55 AM GMT

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