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- 76 women have chosen as a member of parliament in lok sabha election 2019
दैनिक भास्कर हिंदी: लोकसभा में इस बार पहुंचीं 76 महिला सांसद, BJD ने दिए थे सबसे ज्यादा टिकट

हाईलाइट
- लोकसभा चुनाव में बने कई रिकॉर्ड
- ओडिशा में 41 प्रतिशत महिलाओं को मिला टिकट
- महिलाओं को टिकट देने के मामले में पश्चिम बंगाल दूसरे नंबर पर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव (2019) के नतीजों ने कई रिकॉर्ड कायम किए हैं। एक तरफ मोदी सरकार पहली ऐसी गैर कांग्रेसी सरकार बन गई है, जिसने पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज की है तो दूसरी तरफ विपक्ष में किसी भी पार्टी के पास इतनी सीटें भी नहीं है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद हासिल कर सके। इसके साथ ही इस बार लोकसभा में सबसे ज्यादा 76 महिला उम्मीदवार जीतकर पहुंचने का भी रिकॉर्ड बन गया है।
इस बार दो छोटे राज्यों ने अपने क्षेत्रफल और आबादी से आगे बढ़कर ज्यादा महिला सासंदों को जिताकर संसद पहुंचाया है। इनमें सबसे आगे ओडिशा तो दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है। ओडिशा की क्षेत्रीय पार्टी बीजू जनता दल (BJD) ने 41 फीसदी तो पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने 33 प्रतिशत महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था। बीजेडी ने ओडिशा की 21 में 7 सीटों पर महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था, जिसमें से 6 बीजेडी जीत गई है। इसके अलावा ओडिशा में बीजेपी की 2 महिला प्रत्याशियों को भी जीत मिली है।
बंगाल में 42 लोकसभा सीटों में 14 पर महिलाओं ने जीत दर्ज की है। इसमें से 11 तृणमूल कांग्रेस तो 3 बीजेपी से हैं। बंगाल में टीएमसी ने 17 महिलाओं को टिकट दिया था, जिसमें से 11 ने जीत दर्ज की है, यहां बीजेपी के टिकट से भी तीन महिलाएं सांसद बनी हैं। उत्तर प्रदेश की 80 में से 10 सीटों पर महिलाओं ने जीत दर्ज की है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश से 4, झारखंड से 2, पंजाब से 2, तमिलनाडू से 3, राजस्थान से 3, छत्तीसगढ़ से 3, बिहार से 4, मध्य प्रदेश से 5, गुजरात से 5, महाराष्ट्र से 5, चंडीगढ़ से 1 और नई दिल्ली से 1 सीटें महिलाओं ने जीती हैं।
1977 में सबसे कम 19 महिलाओं ने जीता था चुनाव
महिलाओं ने देश के चुनाव में आजादी के बाद से ही हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। पहली लोकसभा में 22 महिला सांसद चुनकर संसद पहुंची थीं, लेकिन 1977 में ये आंकड़ा केवल 19 पर ही सिमटकर रह गया था, जो कि सबसे कम था। पिछले लोकसभा चुनाव (2014) में 62 महिलाएं जीती थीं।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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