एक साथ 9 जजों ने ली शपथ, 3 महिला जज भी शामिल, नागरत्ना बन सकती हैं भारत की पहली महिला CJI

9 judges took oath together in the Supreme Court today Justice BV Nagarathna
एक साथ 9 जजों ने ली शपथ, 3 महिला जज भी शामिल, नागरत्ना बन सकती हैं भारत की पहली महिला CJI
सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार एक साथ 9 जजों ने ली शपथ, 3 महिला जज भी शामिल, नागरत्ना बन सकती हैं भारत की पहली महिला CJI
हाईलाइट
  • बीवी नागरत्ना बन सकती हैं भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस
  • सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार 9 जजों एक साथ शपथ ली

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आज 9 जजों ने एक साथ शपथ ली। SC के इतिहास में ऐसा पहली बार है, जब 9 जजों एकसाथ शपथ ली हो। इनमें 3 महिला जज भी हैं। महिला जजों में से एक जस्टिस नागरत्ना भी हैं, जो 2027 में देश की पहली महिला चीफ जस्टिस बन सकती हैं। इसके अलावा जस्टिस पीएस नरसिम्हा भी हैं, जो बार से सीधे सुप्रीम कोर्ट में अपॉइंट हो रहे हैं। वे भी 2028 में चीफ जस्टिस बन सकते हैं।

क्या होता है कॉलेजियम सिस्टम?
यह सिस्टम 28 अक्टूबर 1998 को 3 जजों के मामले में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के जरिए प्रभाव में आया था। कॉलेजियम सिस्टम में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के 4 वरिष्ठ जजों का एक पैनल जजों की नियुक्ति और तबादले की सिफारिश करता है। इन्हीं सिफारिशों के तहत सुप्रीम कोर्ट में नियुक्तियां की जातीं हैं उसे “कॉलेजियम सिस्टम” कहा जाता है। 

ऐसे होती है जजों की नियुक्ति
कॉलेजियम वकीलों या जजों के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजती है। इसी तरह केंद्र भी अपने कुछ प्रस्तावित नाम कॉलेजियम को भेजती है। केंद्र के पास कॉलेजियम से आने वाले नामों की जांच/आपत्तियों की छानबीन की जाती है और रिपोर्ट वापस कॉलेजियम को भेजी जाती है। सरकार इसमें कुछ नामों की अपनी तरफ से सिफारिश करती हैं। कॉलेजियम, केंद्र द्वारा सिफारिश किए गए नए नामों और कॉलेजियम के नामों पर केंद्र की आपत्तियों पर विचार करके फाइल दोबारा केंद्र के पास भेजती है। यहाँ पर यह बताना जरूरी है कि जब कॉलेजियम किसी वकील या जज का नाम केंद्र सरकार के पास “दोबारा” भेजती है। तो केंद्र को उस नाम को स्वीकार करना ही पड़ता है। लेकिन “कब तक” स्वीकार करना है, इसकी कोई समय सीमा नही है। राष्ट्रपति के मुहर लगने के बाद लिस्ट फाइनल मानी जाती है।


इन्हीं दिलाई गई शपथ

  1. कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ए एस ओका
  2. गुजरात हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस विक्रम नाथ
  3. सिक्किम हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस जे के माहेश्वरी
  4. केरल हाई कोर्ट के जज जस्टिस सी टी रविंद्रकुमार, 
  5. मद्रास हाई कोर्ट के जज एम एम सुंदरेश
  6. तेलंगाना हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस हिमा कोहली
  7. कर्नाटक हाई कोर्ट की जज जस्टिस बी वी नागरत्ना
  8. गुजरात हाई कोर्ट की जज जस्टिस बेला त्रिवेदी
  9. वरिष्ठ वकील पी एस नरसिम्हा

 

Created On :   31 Aug 2021 6:33 AM GMT

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