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- About a dozen trains reaching Delhi affected due to Naxalites' call for Bihar-Jharkhand bandh
ट्रेन रद्द: नक्सलियों के बिहार-झारखंड बंद के आहवान की वजह से दिल्ली पहुँचने वाली लगभग एक दर्जन ट्रेनें प्रभावित

हाईलाइट
- रेल पटरी उड़ाये जाने की सूचना मिलते ही खलबली मच गई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नक्सलियों ने गुरुवार को बिहार-झारखंड बंद की घोषणा कर रखी है। इसके कारण दिल्ली पहुँचने वाली लगभग एक दर्जन ट्रेनें प्रभावित हैं। वहीं एक ट्रेन को रद्द भी किया गया है। झारखंड बंद के दौरान नक्सलियों ने धनबाद रेल मंडल के चिचाकी और करमाबांध रेलवे स्टेशनों के बीच ट्रैक को निशाना भी बनाया है। नक्सलियों ने नई दिल्ली से गया-धनबाद होकर हावड़ा जाने वाले रेलखंड को निशाना बनाया। नक्सलियों ने विस्फोट कर ट्रैक को भी उड़ा दिया। इस वजह से हावड़ा-नई दिल्ली रेल रूट पर सात घंटे तक परिचालन पूरी तरह ठप रहा।
रेल पटरी उड़ाये जाने की सूचना मिलते ही पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद रेल मंडल कंट्रोल कार्यालय में खलबली मच गई। तुरंत ट्रेन परिचालन रोक दिया गया। इसके साथ ही रेलवे ने कुछ ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया है।
22824 नई दिल्ली - भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस , 12314 नई दिल्ली- सियालदह राजधानी एक्सप्रेस एवं 12302 नई दिल्ली- हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस डीडीयू- गया- प्रधानखंटा के बदले डीडीयू- पटना- झाझा- होकर चलेगी। वहीं 12816 आनंद विहार- पुरी एक्सप्रेस कोडरमा- नेसुचबो गोमो के बदले हजारीबाग टाउन - बरकाकाना होकर चलेगी। 12826 आनंद विहार- रांची झारखंड संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को भी कोडरमा- राजाबेरा के बदले कोडरमा- हजारीबाग टाउन - बरकाकाना होकर चलाया जाएगा, जबकि 13305 धनबाद- डेहरी ऑन सोन एक्सप्रेस गुरुवार को रद्द रहेगी।
दरअसल नक्सलियों के बंद के कारण रेलवे अलर्ट मोड में है। बिहार- झारखंड दोनों राज्यों में गति को नियंत्रित कर ट्रेनों का परिचालन करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इसीलिए विस्फोट से ट्रेन को नुकसान नहीं हुआ। हालांकि रेलवे ने विस्फोट के बाद ट्रैक का मरम्मत कर परिचालन शुरू कर दिया है।
माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता प्रशांत बोस व उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के बाद नक्सलियों ने 27 जनवरी को बिहार झारखंड बंद की घोषणा कर रखी है। इसी दौरान नक्सलियों ने रेल पटरी पर विस्फोट किया। विस्फोट के बाद नक्सलियों ने घटनास्थल पर पोस्टर भी छोड़ा है। इसमें प्रतिरोध दिवस को सफल बनाने की बात कही गई है।
गौरतलब है कि आरपीएफ की कोरस, जो नक्सलियों और आतंकवादियों से लड़ने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स बनाई गई , इसके बावजूद इस घटना को नहीं रोका जा सका।
आईएएनएस
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।