कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट में मोदी सरकार ने माना- नोटबंदी से किसानों को हुआ नुकसान

कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट में मोदी सरकार ने माना- नोटबंदी से किसानों को हुआ नुकसान
हाईलाइट
  • कृषि मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा
  • नोटबंदी का फैसला किसानों के लिए नुकसानदायक रहा
  • मोदी सरकार के फैसले से किसानों को हुआ नुकसान
  • वित्त मंत्रालय से जुड़ी संसद की एक स्थायी समिति की बैठक में कृषि मंत्रालय ने माना है कि नगदी की कमी के चलते लाखों किसान
  • रबी सीजन में बुआई के लिए बीज-खाद नहीं खरीद सके।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नोटबंदी के फैसले को लेकर हमेशा विपक्ष के निशाने पर रहने वाली मोदी सरकार ने खुद इस बात को स्वीकर किया है कि नोटबंदी से किसानों बड़ा नुकसान हुआ है। मोदी सरकार के इस फैसले ने किसानों की कमर तोड़ दी थी। नोटबंदी के फैसले को देश हित में लिया गया फैसला बताने वाली मोदी सरकार अब अपने फैसले को गलत बता रही है। दरअसल कृषि मंत्रालय ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि किसानों पर नोटबंदी के फैसले का काफी बुरा असर पड़ा था। वित्त मंत्रालय से जुड़ी संसद की एक स्थाई समिति की बैठक में कृषि मंत्रालय ने माना है कि नगदी की कमी के चलते लाखों किसान, रबी सीजन में बुआई के लिए बीज-खाद नहीं खरीद सके। जिसका उनपर काफी बुरा असर पड़ा। कृषि मंत्रालय ने नोटबंदी के असर पर एक रिपोर्ट भी संसदीय समिति को सौंपी है। 

रिपोर्ट में कृषि मंत्रालय ने समिति को बताया कि नोटबंदी जब लागू हुई तब किसान या तो अपनी खरीफ की पैदावार बेच रहे थे या फिर रबी फसलों की बुआई कर रहे थे। ऐसे समय में किसानों को नगदी की बेहद जरूरत होती है, पर उस समय कैश की किल्लत के चलते लाखों किसान बीज और खाद नहीं खरीद सके। रिपोर्ट में बताया गया है कि नोटबंदी के फैसले के बाद देश बड़े किसानों को भी खेती के कामों का मेहनताना देने और खेती की जरूरतों को पूरा करने में दिक्कत का सामना करना पड़ा था। मंत्रालय ने बताया कि कैश की किल्लत के चलते राष्ट्रीय बीज निगम के लगभग 1 लाख 38 हजार क्विंटल गेहूं के बीज नहीं बिक पाए थे। राहत के तौर पर भले ही मोदी सरकार ने किसानों को गेहूं के बीज खरीदने के लिए 1000 और 500 रुपए के पुराने नोटों के इस्तेमाल की छूट दे दी थी, लेकिन राहत काफी नहीं थी। कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार की इस छूट के बाद भी बीज के बिक्री में कोई खास तेजी नहीं आई थी। 

 

 

 

Created On :   21 Nov 2018 6:38 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story