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- Angry among Pakistanis over unfair profits and corruption to Chinese companies in CPEC
दैनिक भास्कर हिंदी: सीपीईसी में चीनी कंपनियों को अनुचित लाभ व भ्रष्टाचार से पाकिस्तानियों में नाराजगी

हाईलाइट
- सीपीईसी में चीनी कंपनियों को अनुचित लाभ व भ्रष्टाचार से पाकिस्तानियों में नाराजगी
नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान द्वारा उन कंपनियों पर कार्रवाई करने की संभावना नहीं है जो ऊर्जा क्षेत्र में उच्च स्तर के भ्रष्टाचार में शामिल हैं। इन कंपनियों में मूल रूप से चीन की कंपनियां शामिल हैं।
पाकिस्तान में कमेटी फॉर पावर सेक्टर ऑडिट, सर्कुलर डेट रिजर्वेशन एंड फ्यूचर रोडमैप ने 278 पन्नों की एक रिपोर्ट में बहुप्रचारित चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना (सीपीईसी) के तहत स्वतंत्र बिजली उत्पादकों (आईपीपी) के लिए निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) में गंभीर उल्लंघनों और विसंगतियों का खुलासा किया गया है।
ऐसा माना जा रहा है कि रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। इसका कारण पाकिस्तान की राजनीति और अर्थव्यवस्था में चीन की बढ़ती भागीदारी और प्रभाव है। सूत्रों ने कहा कि चीन के बढ़ते प्रभुत्व पर पाकिस्तान के लोगों में असंतोष बढ़ रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी कंपनियों ने सीपीईसी परियोजनाओं से अनुचित लाभ प्राप्त किया है। चीन द्वारा ऋण का एक ही हिस्सा द्विपक्षीय रूप से दिया गया है, कर्ज के अन्य हिस्से चीन विकास बैंक, आईसीबीसी चीन और बैंक ऑफ चाइना के माध्यम से भी दिए गए हैं।
रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अवैध लाभ और अक्षमताओं की कीमत पाकिस्तान के लोगों को चुकानी होगी। एक विश्लेषक ने कहा, पाकिस्तान के अधिकारी चीन और चीनियों के खौफ में हैं, जबकि देश में आम लोग चीन के बढ़ते प्रभाव से खुश नहीं हैं। असंतोष और गुस्सा है क्योंकि लोगों का मानना है कि जो कुछ हो रहा है उसका खामियाजा उन्हें ही भुगतना पड़ेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, कई चीनी कंपनियों ने प्रचलित बाजार दरों की तुलना में अधिक उच्च शुल्क के माध्यम से अवास्तविक और आउट-ऑफ-टर्न मुनाफा कमाया है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के दो करीबी सहयोगियों रजाक दाऊद और नदीम बाबर के नाम भी इस परियोजना से लाभ उठाने वालों में सामने आए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सीपीईसी के तहत बहुप्रचारित ट्रांसमिशन लाइन परियोजना, भारत की एक ऐसी ही परियोजना की तुलना में 200 प्रतिशत महंगी है।
यूरोपीय फाउंडेशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज ने एक लेख में कहा है, समिति ने कोयले से चलने वाली और पवन ऊर्जा से जुड़ी कई चीनी बिजली परियोजनाओं पर उंगली उठाई है, लेकिन दो चीनी कोयला बिजली उत्पादकों, हुआनेंग शेडोंग रुई (एचएसआर) और पोर्ट कासिम इलेक्ट्रिक पावर कंपनी लिमिटेड (पीक्यूईपीसीएल) को मानक प्रक्रियाओं के उल्लंघन और भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण विशेष रूप से कठघरे में खड़ा किया है। इन दोनों चीनी कंपनियों ने अतिरिक्त लाभ पाने के लिए अतिरिक्त सेट-अप लागत दिखाई। इनका वार्षिक लाभ 50 से 70 प्रतिशत तक रहा।
डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ओआरजी/कामेंटरीज/सीपीईसी-र्पिोट-एक्सपोजेज-वाइडस्प्रेड-करप्शन-एंड-चाइनीज-एक्सप्लाइटेशन-आफ-पाकिस्तान-रिसोर्सेज
जांच रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि कैसे चीनी कंपनियां पाकिस्तान में महत्वपूर्ण लोगों को रिश्वत देने में शामिल रही हैं, जिसमें पाकिस्तानी सेना के लोग भी शामिल हैं।
क्लोजिंग बेल: बढ़त के साथ बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 180 अंक उछला, निफ्टी में भी तेजी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पहले दिन (16 मई 2022, सोमवार) बढ़त के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 180.22 अंक यानी कि 0.34% ऊपर 52,973.84 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 60.10 अंक या 0.38% ऊपर 15,842.30 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि कल एलआईसी के सूचीबद्ध होने के पूर्व निफ्टी आज 16000 के स्तर को पुनः प्राप्त करने में असफल रहा। बैंक निफ्टी 1.44% की बढ़त के साथ 33597.60 के स्तर पर बंद हुआ।
क्षेत्र विशेष में निफ्टी पीएसयू बैंक, निफ्टी रियलिटी एवं ऑटो में तेजी में 2-3 % का योगदान दिया। निफ्टी आईटी तथा एफएमसीजी में क्रमशः 0.75 % एवं 0.35 % की हानि रही। निफ्टी के शेयरों में आयशर मोटर,अपोलो हॉस्पिटल तथा यूपीएल में सर्वाधिक लाभ रहा।अल्ट्राटेक सीमेंट, श्री सीमेंट, एशियन पेंट में प्रमुख गिरावट देखी गयी।
तकनीकी रूप से, साप्ताहिक चार्ट पर बियरिश कैंडल बनाने के बाद यह आज निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर डोजी कैंडलस्टिक बनाया है जो ट्रेडर के मन में बाजार के रुख को ले कर असमंजस को दर्शाता है। साथ ही निफ्टी फॉलिंग ट्रेंडलाइन पर रेसिस्टेन्स का सामना कर रहा है तथा इन स्तरों पर लाभ ले लेने की प्रवृति दर्शा रहा है।
फिबोनाकी रेट्रेंचमेंट का सपोर्ट 15650 पर है।यह ट्रेडर के लिए लघु अवधि में खरीदी का अवसर बन सकता है यदि 15650 का स्तर नही टूटता है। आवरली चार्ट पर मिडिल बोलिंगर बैंड पर सपोर्ट है, इसके कारण एक तेजी की चाल बन सकती है। स्टॉक विशेष एक्शन आने वाले दिनों में मार्केट में अधिक प्रभावी रहेगा। डेरीवेटिव में कॉल पर सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 16000 पर तथा उसके बाद 16200 पर है।
पुट में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 15500 निफ्टी पर है।
इंडिया विक्स 24.53 पर 4.43% की बढ़त के साथ बंद हुआ जो साप्ताहिक एक्सपायरी तक तीव्र उतार चढ़ाव का संकेत देता है।बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32600 तथा रेसिस्टेन्स 34500 है।
बता दें कि, सुबह बाजार बढ़त के साथ खुला था। इस दौरान सेंसेक्स 78.13 अंक तेजी के साथ 52,872 के स्तर पर खुला था। वहीं निफ्टी 14 अंक की बढ़त के साथ 15,796 के स्तर पर खुला था।
सुमीत बगड़िया
एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर
चॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking)
Source: Choice India
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