बिहार : बेतिया-गोपालगंज महासेतु का संपर्क पथ टूटा, आवागमन ठप
- बिहार : बेतिया-गोपालगंज महासेतु का संपर्क पथ टूटा
- आवागमन ठप
गोपालगंज, 23 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार में गंडक नदी के उफान के कारण गोपालगंज में बाढ़ का कहर जारी है। इस बीच गुरुवार की सुबह गोपालगंज-बेतिया महासेतु के आगे एप्रोच पथ ध्वस्त हो गया। माइनर ब्रिज के पास दोनों तरफ करीब 20-20 मीटर तक एप्रोच सड़क पानी के तेज धार में बह जाने से गोपालगंज-बेतिया पथ पर पूरी तरह से परिचालन ठप हो गया है।
इसके पहले 15 जुलाई को सत्तरघाट महासेतु का संपर्क पथ टूट गया था।
इस बीच, महासेतु के पास गंडक नदी के धार को रोकने के लिए बनाए गए गाइड बांध भी गुरुवार की सुबह टूट गया। करीब 30 मीटर तक गाइड बांध के टूटने से सदर प्रखंड के कई इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया।
संपर्क पथ और गाइड बांध टूटने के बाद पुल निगम के उप मुख्य अभियंता शाकिर अली और जिलाधिकारी अरशद अजीज ने निरीक्षण किया और संपर्क पथ पर बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
जिलाधिकारी अरशद अजीज ने बताया कि यहां बुधवार से ही रिसाव शुरू हुआ था। उसी समय से राज्य पुल निगम की टीम बचाने में लगी थी, लेकिन माइनर ब्रिज के अंदर से पानी का कटाव शुरू हो गया।
संपर्क सड़क का काम युद्घ स्तर पर चल रहा है, जल्द ही यातायात बहाल कर दिया जाएगा। गाइड बांध को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
इधर, बिहार राज्य पुल निगम के उप मुख्य अभियंता शाकिर अली ने कहा कि गोपालगंज-बेतिया का मुख्य पथ है। गंडक नदी पर मुख्य सेतु के संपर्क पथ पर बनाए गए माइनर ब्रिज के पास एक तरफ एप्रोच सड़क धंसा, जिसे दुरुस्त कर दिया गया था, तब दूसरी तरफ भी सड़क ध्वस्त हो गया, जिस पर बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस महासेतु परियोजना का उद्घाटन 13 मार्च, 2016 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने किया था। करीब 548 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित महासेतु और पुल की दोनों ओर 16 किलोमीटर संपर्क सड़क का निर्माण वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा करवाया गया था।
इस पुल के बनने से बेतिया और मोतिहारी की दूरी 85 किलोमीटर कम हुई है। गोपालगंज तरफ लगभग पौने तीन किलोमीटर व बेतिया तरफ साढ़े 11 किलोमीटर संपर्क सड़क बनाई गई है।
Created On :   23 July 2020 8:01 PM IST