15 दिनों से सऊदी की सड़कों पर सो रहा है बिहार का युवक, मोदी और सुषमा से लगाई वतन वापसी की गुहार
- पीड़ित युवक ने पत्र और वीडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी और सुषमा स्वराज से वतन वापसी की गुहार लगाई है।
- बिहार के गोपालगंज जिले का एक युवक इन दिनों सऊदी अरब में जिंदगी-मौत से जंग लड़ रहा है।
- युवक का नाम रविशंकर तिवारी है और वह कटेया थाने के गौरा पंचायत के प्रसिद्धनाथ गांव का रहने वाला है।
डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। बिहार के गोपालगंज जिले का एक युवक इन दिनों सऊदी अरब में जिंदगी-मौत से जंग लड़ रहा है। आलम यह है कि वह सऊदी के दमाम शहर में सड़क किनारे सो कर रात-दिन गुजारने को मजबूर है। युवक का नाम रविशंकर तिवारी है और वह कटेया थाने के गौरा पंचायत के प्रसिद्धनाथ गांव का रहने वाला है। पीड़ित युवक ने पत्र और वीडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी और सुषमा स्वराज से वतन वापसी की गुहार लगाई है।
पीड़ित ने अपने साथियों को व्हाट्सएप के जरिए वीडियो भेजकर बताया कि वह 4 दिसंबर यानी करीब 15 दिनों से भूखे-प्यासे सड़क किनारे जिंदगी गुजार रहा है। उसने कंपनी में यहां तक कहा कि उसे भले ही उसके काम का वेतन न दिया जाए लेकिन उसे घर भेज दिया जाए तो कंपनी के कर्मियों ने उसके साथ धक्का मुक्की की और वापस भारत भेजने के लिए ढाई लाख रुपये की मांग कर दी। रविशंकर का कहना है कि उसके पास अभी खाने तक के पैसे नहीं है तो वह ढाई लाख रुपये कहां से लाएगा। पीड़ित के मुताबिक उसके घर की माली हालत भी इतनी खराब है कि वह घर से भी पैसे नहीं मंगा सकता।
रविशंकर ने बताया कि कपंनी में पहले उसका वेतन 1600 रियाल था, लेकिन बाद में उसमें कटौती करके 1300 रियाल कर दिया गया। जब पीड़ित ने इस बारे में कंपनी में पूछा तो बोला गया कि अब इतना ही वेतन मिलेगा जो करना है कर लो। पीड़ित ने इस पर भी संतोष जाहिर कर काम जारी रखा लेकिन बीते चार महीने से उसे वेतन नहीं दिया जा रहा है। वह जब भी वेतन मांगता है उसे धमकी दी जाती है। पीड़ित ने बताया कि कंपनी की ओर से कहा जाता है कि उसे दो साल सऊदी में ही रहना होगा। कंपनी यहां तक धमकी देती है कि तुमको चोरी के इल्जाम में फंसाकर जिंदगी भर यही रखेंगे।
पीड़ित ने ऑडियो-वीडियो के अलावा लिखे पत्र में बताया है कि वह नई दिल्ली के एजेंट अलहिंद टूर्स एंड ट्रेवल्स कंपनी के जरिए सऊदी भेजा गया था। पीड़ित ने जब दिल्ली की कंपनी अलहिंद टूर्स एंड ट्रेवल्स से इस मसले पर बात की तो कंपनी की ओर से भी कोई मदद नहीं मिली। फिलहाल युवक सऊदी के दमाम शहर में राबिया ईस्ट कंपनी में कार्यरत था। पीड़ित ने सऊदी में स्थित इंडियन एंबेसी से कई बार संपर्क किया लेकिन उसे वहां से भी कोई मदद नहीं मिली है। अब जब कोई रास्ता नहीं दिखा तो उसने प्रधानमंत्री मोदी और सुषमा स्वराज से जिंदा या मुर्दा भारत वापसी की गुहार लगाई है।
Created On :   18 Dec 2018 7:50 PM IST