बर्ड फ्लू: हिमाचल में 1700 पक्षियों की मौत के बाद पर्यटकों की एंट्री बंद, राजस्थान में 425 मप्र में भी 185 की जान गई

Bird Flu: Tourist entry closed after 1700 birds killed in Himachal
बर्ड फ्लू: हिमाचल में 1700 पक्षियों की मौत के बाद पर्यटकों की एंट्री बंद, राजस्थान में 425 मप्र में भी 185 की जान गई
बर्ड फ्लू: हिमाचल में 1700 पक्षियों की मौत के बाद पर्यटकों की एंट्री बंद, राजस्थान में 425 मप्र में भी 185 की जान गई

डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़/नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी को लेकर वैक्सिन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई और देश के कई हिस्सों में बर्ड फ्लू फैलने की खबर फैलने लगा है। इस बीमारी के कारण अब तक हिमाचल के कांगड़ा के पौंग में 1700 प्रवासी पक्षियों की मौत हो गई। इन पक्षियों में H5N1 वायरस मिला है जो कि बर्ड फ्लू होने की पुष्टि करता है। वहीं खबर है कि राजस्थान में रविवार को विभिन्न जिलों में 170 से अधिक पक्षियों की मौत हो गई है। इसके साथ ही यहां अब तक 425 से अधिक कौवों, बगुलों और अन्य पक्षियों की की मौत हुई हैं। इसके अलावा हाल ही में केरल के कोट्टयम और अलप्पुझा जिलों के कुछ हिस्सों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। इस कारण प्रभावित इलाकों के 1 किलोमीटर के दायरे में मुर्गियों, बतखों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने का आदेश जारी किया है।

हिमाचल: पौंग झील में हजारों प्रवासी पक्षियों की मौत
बता दें कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से करीब 300 किलोमीटर दूर कांगड़ा के पौंग जलाशय में इन प्रवासी पक्षियों की सेंक्चुरी बनाई गई है। पौंग झील में हर साल अक्तूबर से मार्च तक रूस, साइबेरिया, मध्य एशिया, चीन, तिब्बत आदि देशों से विभिन्न प्रजातियों के रंग-बिरंगे परिंदे लंबी उड़ान भर यहां पहुंचते हैं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इस साल अब तक मात्र कुछ ही दिनों में 1700 पक्षियों की मौत हो चुकी है। इसके बाद जिला प्रशासन ने इस जलाशय के आसपास चिकन, अंडे समेत पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर रोक लगा दी है। पौंग झील के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले क्षेत्र को अलर्ट जोन घोषित किया गया है। प्रशासन ने ने बर्ड फ्लू की आशंका के चलते झील में सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा दी है।

मध्यप्रदेश के मंदसौर व खरगोन में भी कौओं की मौत
मध्यप्रदेश और राजस्थान के कुछ इलाकों में भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं। मध्यप्रदेश के इंदौर में एक जनवरी को एक हरे-भरे इलाके में कई कौए मृत पाए गए थे, जिनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद प्रशासन ने सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों का पता लगाने के लिए अभियान की शुरुआत कर दी है। इंदौर के बाद मंदसौर और खरगोन में भी कौओं की मौत हो चुकी है, जिसके बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है। बता दें कि मंदसौर में पिछले तीन दिन के दौरान 170 कौओं की मौत हो चुकी है, जबकि खरगोन में भी 15 कौओं ने जान गंवाई है। ऐसे में इन दोनों जिलों में भी बर्ड फ्लू वायरस फैलने की आशंका बढ़ गई है।

राजस्थान में पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी
वहीं, राजस्थान में पिछले दिनों सैकड़ों पक्षियों की मृत्यु की जांच में बर्ड फ्लू के नमूने मिलने के बाद पशुपालन विभाग ने इससे निपटने के लिए राज्य स्तरीय नियंत्रण स्थापित किया है। जानकारी के अनुसार यहां मरने वाले पक्षियों में सबसे ज्यादा संख्या कौवों की है और अधिकांश मामले कोटा और जोधपुर संभाग से सामने आए हैं। राजस्थान कई जिलों में पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी है। रविवार को विभिन्न जिलों में 170 से अधिक पक्षियों की मौत हो गई। पशुपालन विभाग के अनुसार राज्य में 425 से अधिक कौवों, बगुलों और अन्य पक्षियों की मरे हैं।

Created On :   4 Jan 2021 4:55 PM GMT

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