बीजेपी विधायक के बिगड़े बोले, कहा- ताजमहल का नाम बदलकर राम महल कर दें
- ताज महल यूपी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में एक है और दुनिया के सात अजूबों में शामिल है।
- बलिया से विधायक सुरेंद्र सिंह ने ताजमहल के नाम बदले जाने की वकालत की है।
- सुरेंद्र सिंह ने कहा-पाकिस्तान परस्त मुसलमानों के नाम पर कोई काम नहीं होना चाहिए।
डिजिटल डेस्क, बलिया। भारतीय जनता पार्टी के नेता लगातार अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। एक बार फिर से बीजेपी के ही एक विधायक ने ऐसा बयान दे डाला है जो शायद ही किसी को पसंद आए। दरअसल, बलिया से विधायक सुरेंद्र सिंह ने ताजमहल के नाम बदले जाने की वकालत की है। सुरेंद्र सिंह का कहना है कि ताजमहल का नाम "राम महल" या "कृष्ण महल" कर देना चाहिए। उनके इस बयान के बाद बीजेपी की किरकिरी हो गई है। ताज महल उत्तर प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में एक है। ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में शामिल है।
ताजमहल को लेकर कई विवाद हो चुके
बता दें कि पिछले साल ही वर्ल्ड टूरिज्म डे के मौके पर जब योगी सरकार ने राज्य के पर्यटन स्थलों की बुकलेट जारी की थी तब उस बुकलेट में ताजमहल को शुमार नहीं किया गया था। जिसके बाद से ताजमहल को लेकर विवाद चल रहा था। कई बार ताजमहल को तेजोमहल बताने वाले वीडियोज पर इतिहास विशेषज्ञों में बहस भी हो चुकी है। ऐसे में विधायक सुरेंद्र सिंह द्वारा दिए गए ऐसे बयान से एक बार फिर विवाद गहरा सकता है। बैरिया विधानसभा से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के इस बयान की निंदा भी हो रही है। हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब आगरा स्थित इस बेहद ही खूबसूरत मीनार को लेकर विवाद हुआ हो।
दुनिया के सात अजूबों में गिना जाता है ताज
योगी सरकार ने एक बयान जारी कर कहा था कि 370 करोड़ रुपये की पर्यटन परियोजनाएं प्रस्तावित हैं जिसमें 156 करोड़ रुपए की परियोजनाएं आगरा और ताजमहल के आस-पास के सौंदर्यीकरण के लिए है। विधायक संगीत सोम ने भी भारत की ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल पर सवालिया निशाना उठाते हुए कहा था कि इतिहास दोबारा लिखा जाएगा और इसमें से मुगल बादशाहो का नाम हटा दिया जाएगा। टूरिस्ट प्लेस के रुप में ताजमहल को प्रमुखता से जगह दी गई।
इससे पहले भी भाजपा के विधायक सुरेंद्र सिंह उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर के पक्ष में बयान देकर सुर्खियों में आ गए थे। ताजमहल को लेकर विवादित बयान उन्होंने रविवार रात बलिया में एक कार्यक्रम में यह बयान दिया है। सुरेन्द्र सिंह ने कहा भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत का विभाजन हिन्दू-मुसलमान संस्कृति के आधार पर ही हुआ था। तभी से भारत हिन्दू राष्ट्र है जबकि पाकिस्तान मुस्लिम राष्ट्र बना था।
सड़कों के नाम बदलने की मांग की
सुरेंद्र सिंह ने कहा कि "मैं व्यक्तिगत रूप से इसकी मांग करता हूं कि हुमायूं, अकबर और बाबर के नाम पर कोई भी सड़क नहीं होनी चाहिए। मैं संघ का स्वयं सेवक हूं, जिस तरह से मुग़लसराय का नाम बदल कर दीन दयाल उपाध्याय हो गया वैसे ही राष्ट्रभक्तों की मांग पर रोड और स्मारकों का नाम भी बदलना चाहिए। पाकिस्तान परस्त मुसलमानों के नाम पर भारत में कोई काम नहीं होना चाहिए।
बीते 5 जून को भी विधायक सुरेंद्र सिंह ने प्रदेश के अफसरों को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि "अधिकारियों से अच्छा चरित्र वैश्याओं का होता है, वो पैसे लेकर कम से कम काम तो करती हैं और स्टेज पे नाचती हैं, लेकिन अधिकारी तो पैसा लेकर भी आपका काम करेंगे की नहीं इसकी कोई गारंटी नहीं है।
Created On :   11 Jun 2018 5:11 PM IST