सबरीमाला विवाद : बीजेपी कार्यकर्ता रखेंगे 1 दिन का उपवास, 8 नवंबर से निकालेंगे रथयात्रा
- सबरीमाला मंदिर मामले में कोर्ट के फैसले के खिलाफ बीजेपी निकालेगी रथयात्रा
- सबरीमाला मंदिर में 10 से लेकर 50 वर्ष की महिलाओं की एंट्री के खिलाफ है बीजेपी
- सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश को ठहराया था जायज
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। पिछले एक महीने से जारी विरोध-प्रदर्शनों के बीच अब बीजेपी भी स्पष्ट रूप से अयप्पा भक्तों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह द्वारा सबरीमाला मंदिर मामले में कोर्ट के फैसले के खिलाफ की गई बयानबाजी के बाद अब केरल राज्य की बीजेपी विंग इस मामले को जोर-शोर से उठाने वाली है। केरल बीजेपी सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ और राज्य सरकार द्वारा अयप्पा भक्तों की गिरफ्तार किए जाने पर एक दिन का उपवास करेगी। इसके साथ ही 8 नवंबर से केरल बीजेपी कासरगुद से सबरीमाला तक रथयात्रा निकालेगी।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश को सही ठहराया था। पहले मंदिर में 10 से लेकर 50 वर्ष तक की महिलाओं के प्रवेश पर रोक थी। कोर्ट के फैसले के बाद अब हर उम्र की महिलाएं मंदिर में जाने के लिए स्वतंत्र है। कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ केरल में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हो रही हैं। प्रदर्शनों के चलते पिछले दिनों सबरीमाला मंदिर के कपाट खुलकर बंद भी हो गए, लेकिन 10 से 50 वर्ष की कोई महिला मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाई। महिलाओं की एंट्री पर विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए बड़ी संख्या में महिला भक्तों ने सबरीमाला मंदिर से वैसे ही दूरी बनाए रखी। कुछ 10 से 50 वर्ष की महिलाओं ने मंदिर में घुसने का प्रयास तो किया पर मंदिर प्रशासन से उन्हें कोई सहायता नहीं मिली। करीब 12 महिलाओं को प्रदर्शनकारियों ने भी मंदिर में घुसने से रोक दिया।
केरल में भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर लेफ्ट सरकार को घेर रही है। केरल बीजेपी अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई ने कहा है कि सत्ताधारी पार्टी नास्तिक है और सबरीमाला को पूरी तरह नष्ट करना चाहती है। पिल्लई ने कहा, "बीजेपी ने तय किया है कि सबरीमाला के भक्तों के समर्थन में पार्टी अपना आंदोलन जारी रखेगी। केरल सरकार द्वारा अयप्पा भक्तों के साथ बरती जा रही बर्बरता के खिलाफ बीजेपी एक दिन का उपवास रखेगी।"
पिल्लई ने बताया, "4000 निर्दोष लोगों को अवैध रूप से गिरफ्तार किया गया। इसलिए BJP कार्यकर्ता त्रिवेंद्रम में DGP ऑफिस के सामने एक दिन का उपवास रखेंगे और अन्य जिलों में SP ऑफिस तक मार्च निकालेंगे।" प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी बताया कि बीजेपी अयप्पा भक्तों के समर्थन में कासरगोद से सबरीमाला तक 6 दिनों की रथयात्रा भी निकालेगी। यह यात्रा 8 नवंबर से शुरू होगी।
बता दें कि शनिवार को केरल के कन्नूर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा था कि अदालत को वही फैसले सुनाने चाहिए, जिनका पालन हो सके। शाह ने यह भी कहा था कि पार्टी भगवान अयप्पा के भक्तों के साथ खड़ी है। राज्य की वाम सरकार भगवान अयप्पा के भक्तों का दमन कर रही है।
Created On :   28 Oct 2018 7:25 PM IST