दिल्ली सुसाइड केस : CCTV फुटेज में दिखा आखिरी रात का मंजर

Burari case : cctv footage lends weight to suicide theory
दिल्ली सुसाइड केस : CCTV फुटेज में दिखा आखिरी रात का मंजर
दिल्ली सुसाइड केस : CCTV फुटेज में दिखा आखिरी रात का मंजर

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई 11 मौत के मामले में अब एक और चौंका देने वाला खुलासा हुआ है। जिस रात परिवार के 11 सदस्यों की एक साथ मौत हुई, उसका एक CCTV वीडियो सामने आया है। इस वीडियाे में परिवार के लोग मौत का सामान जुटाते दिखाई दे रहे हैं। CCTV फुटेज में दिखाई दे रहा है कि भाटिया परिवार की बड़ी बहू सविता अपनी बेटी के साथ रात में ठीक 10 बजे स्टूल ला रही है। वहीं, परिवार के दो सबसे छोटे सदस्य 12 साल के ध्रुव और 15 साल के शिवम को उसी फर्नीचर शॉप से तार लाते देखा गया। पुलिस ने फर्नीचर शॉप के CCTV फुटेज खंगाले हैं।

 



 

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इसमें किसी को भाटिया परिवार के घर के अंदर जाते नहीं देखा गया, लेकिन परिवार की बड़ी बहू यानी भुवनेश की बीवी सविता प्लास्टिक के 6 स्टूल लाते हुए CCTV में कैद हुई। गौरतलब है कि 1 जुलाई को भाटिया परिवार के 10 सदस्यों की लाश फांसी से लटकती हुई मिली थी, जबकि परिवार की सबसे बुजुर्ग सदस्य नारायणी देवी (75) की लाश दूसरे कमरे में फर्श पर पड़ी हुई थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की तफ्तीश जारी है।

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पुलिस का कहना है कि घर का छोटा बेटा होने की वजह से ललित भाटिया अपने पिता भोपाल सिंह का लाडला था और उनके बेहद करीबी था। पिता की मौत का असर उस पर सबसे ज्यादा पड़ा। ललित सदमे में था। आस-पड़ोस के लोगों ने पुलिस को बताया कि एक हादसे में ललित की आवाज चली गई थी। काफी इलाज के बाद आवाज नहीं लौटी। तब से वह अपनी बातें लिखकर बताने लगा। परिवार के करीबियों के मुताबिक, इसी दौरान ललित ने परिवार को बताया कि पिता भोपाल सिंह उसे दिखाई देते हैं और बातें करते हैं।

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पुलिस को कुछ और हाथ से लिखे नोट्स भी मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि किस तरह सामूहिक खुदकुशी की पूरी योजना बनाई गई। 30 जून 2018 की आखिरी एंट्री इस घटना का राज़ खोलती है।

 

पूरा परिवार "शेयर्ड साइकोटिक डिसऑर्डर" का शिकार था


पुलिस का कहना है कि ललित के निर्देशों के मुताबिक काम करने पर परिवार की काफी तरक्की भी हुई थी, इसलिए इस कथित "मोक्ष प्रक्रिया" पर किसी ने सवाल नहीं उठाया। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि पूरा परिवार "शेयर्ड साइकोटिक डिसऑर्डर" का शिकार था। इस बीमारी से पीड़ित शख्स को किसी मरे हुए या तीसरे शख्स की आवाज सुनाई देने और उसे देखने का वहम हो जाता है। फिर ऐसा शख्स उसी के कहे मुताबिक काम करने लगता है। हालांकि, परिवार के रिश्तेदार और राजस्थान में रहने वाला भाई दिनेश ऐसी बातों को खारिज कर रहे हैं। दिनेश के मुताबिक, ये सब कुछ मीडिया ने प्रचार किया है।

 

Created On :   5 July 2018 8:06 AM IST

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