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दैनिक भास्कर हिंदी: कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने भारत में शिक्षा सुधारों के लिए पोखरियाल को सम्मानित किया

हाईलाइट
- कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने भारत में शिक्षा सुधारों के लिए पोखरियाल को सम्मानित किया
नई दिल्ली। विश्व के प्रमुख विश्वविद्यालयों में शुमार कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सराहना की है और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को देश में शैक्षिक सुधारों के लिए एक सुसंगत और लचीली शिक्षा प्रणाली बनाने के लिए सम्मानित किया है।
पोखरियाल को मंगलवार को श्री अरबिंदो सोसायटी द्वारा आयोजित शून्य से सशक्तिकरण विषय पर एक ऑनलाइन राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान सम्मानित किया गया।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस में ग्लोबल एजुकेशन के प्रबंध निदेशक रॉड स्मिथ ने भारत में शिक्षा के इतिहास पर बात करते हुए कहा, शिक्षा और अनुसंधान दुनिया के महत्वपूर्ण साधन हैं। भारत की शिक्षा प्रणाली का लंबा और शानदार इतिहास रहा है।
स्मिथ ने कहा कि दुनिया में पहला विश्वविद्यालय 700 ईसा पूर्व में स्थापित किया गया था, जबकि एशिया में पहला और सबसे पुराना महिला कॉलेज कोलकाता में स्थापित किया गया था।
उन्होंने कहा, त्रिकोणमिति, कलन और बीजगणित के अध्ययन की उत्पत्ति भी भारत में हुई है।
उन्होंने कहा कि कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, जो दुनिया का अग्रणी विश्वविद्यालय है, भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सराहना करता है। साथ ही एक सुसंगत और लचीली शिक्षा प्रणाली के निर्माण के लिए अपनाए गए शिक्षा सुधारों के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक को सम्मानित करता है।
उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से स्थायी शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री की सराहना की।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले सात दशकों से भारत ने शिक्षा का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित किया है। अब हाल ही में आई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के साथ पाठ्यक्रम, शिक्षाशास्त्र और मूल्यांकन में सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। यह शिक्षा प्रणाली रट्टा मार संस्कृति से दूर वास्तविक समझ की ओर ले जाने का वादा करती है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ऑनलाइन राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान अग्रणी भूमिका के लिए 40 से अधिक शिक्षा अधिकारियों और 26 शिक्षकों को उनके अभिनव प्रयासों के लिए सम्मानित किया।
शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर इनोवेशन एंड लीडरशिप केसबुक- कोविड एडिशन का अनावरण किया। इन ई-बुक्स में देश भर के शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों के अभिनव प्रयोगों को संकलित किया गया है।
अरबिंदो घोष को याद करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने भारत की शैक्षिक विरासत के गौरवशाली अतीत को दोहराया, जहां नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्व प्रसिद्ध विश्वविद्यालय हुए हैं और जहां वासुदेव कुटुम्बकम के नारे को बल देते हुए दुनिया भर के छात्रों को आमंत्रित किया गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 इस देश के शैक्षणिक इतिहास में सबसे व्यापक और भविष्यवादी नीति दस्तावेज है।
उन्होंने कहा कि ये नीति न्यू इंडिया की नींव रखती है, क्योंकि यह बच्चों की दक्षता, कौशल और महत्वपूर्ण सोच के विकास पर केंद्रित है।
निशंक ने लोगों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ मिलकर काम करने का भी आग्रह किया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आयोजकों को इन नवीन प्रयासों के लिए बधाई दी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और एक भारत, श्रेष्ठ भारत के दृष्टिकोण को पूरा करेगी।
पोखरियाल ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के आयोजकों और प्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारत शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी के रूप में अपनी भूमिका को आगे ले जाएगा।
एकेके/एएनएम
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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