अगस्ता वेस्टलैंड केस: जांच में सहयोग नहीं कर रहा मिशेल, रिमांड बढ़ी
- CBI स्पेशल कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे में बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल की 5 दिनों की रिमांड बढ़ा दी है।
- जांच एजेंसी ने कोर्ट से मिशेल की 9 दिनों की रिमांड मांगी थी।
- मिशेल को सोमवार को स्पेशल CBI जज अरविंद कुमार की कोर्ट में पेश किया गया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। CBI स्पेशल कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी के साथ हेलिकॉप्टर सौदे में बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले क्रिश्चियन मिशेल की 5 दिनों की रिमांड बढ़ा दी है। जांच एजेंसी ने कोर्ट से मिशेल की 9 दिनों की रिमांड मांगी थी। मिशेल को सोमवार को स्पेशल CBI जज अरविंद कुमार की कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले मिशेल के वकील ने कोर्ट से जमानत की गुहार लगाई थी जिसे जज ने खारिज कर दी।
CBI ने कोर्ट से कहा कि मिशेल जांच में सहयोग नहीं कर रहा है, इसलिए रिमांड की अवधि बढ़ाई जाए। मिशेल के वकील ने CBI के इन आरोपों को गलत बताया। वकील ने कहा कि उनके क्लाइंट जांच में सहयोग कर रहे हैं, इसीलिए रिमांड अवधि बढ़ाने की जरूरत नहीं है। वहीं, मिशेल के उन आरोपों को CBI के वकील ने गलत बताया जिसमें कहा जा रहा था कि CBI रिमांड के नाम पर उसे प्रताड़ित कर रही है। CBI के वकील ने कहा, मिशेल को प्रताड़ित नहीं किया जा रहा है बल्कि एजेंसी उसके साथ बेहद अदब से पेश आ रही है।
बता दें कि मिशेल को भारत लाने के लिए ऑपरेशन "यूनिकॉर्न" शुरू किया गया था। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नेतृत्व में यह ऑपरेशन चलाया गया। दुबई से भारत लाने के बाद मिशेल को CBI की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उसे 5 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया। मिसेल की रिमांड सोमवार को खत्म हो रही थी।
क्या है अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला
साल 2010 में तत्कालीन मनमोहन सरकार ने इंडियन एयरफोर्स के लिए 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए इटैलियन कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड से सौदा किया था। यह सौदा 3600 करोड़ में हुआ था। सौदे में 360 करोड़ के कमीशन के भुगतान के आरोपों के बाद साल 2014 में केन्द्र सरकार ने इस सौदे को रद्द कर दिया था। रक्षा मंत्रालय ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। इस मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख समेत कई अधिकारियों का नाम सामने आया था।
मामला सामने आने के बाद से ही इस सौदे में बिचौलियों की भूमिका में रहने वाले लोगों की CBI को तलाश थी। क्रिश्चियन मिशेल, गुइदो हाश्के और कार्लो गेरेसा पर इस सौदे में बिचौलिया होने के आरोप लगे थे। भारत सरकार तभी से इन तीनों को प्रत्यर्पित करने का प्रयास कर रही थी। लंबी कोशिशों के बाद अब जाकर तीन में से एक बिचौलिया भारत सरकार, यूएई से प्रत्यर्पित करने में कामयाब हुई है।
Created On :   10 Dec 2018 5:53 PM IST