रमन सिंह डर गए हैं इसलिए आदित्यनाथ को बुलाना पड़ा : करुणा शुक्ला
- छत्तीसगढ़ में चुनावों को लेकर सीएम रमन सिंह ने अपनी पांरपरिक सीट राजनांदगांव से आज नामांकन दाखिल कर दिया।
- नामांकन के बाद करुणा शुक्ला ने कहा
- ''इस चुनाव में रमन सिंह मेरे लिए चुनौती नहीं हैं बल्कि मैं उनके लिए चुनौती बन के आई हूं।
- रमन के खिलाफ कांग्रेस ने राजनांदगांव से पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है। करुणा ने भी आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया
डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ में चुनावों को लेकर सीएम रमन सिंह ने अपनी पांरपरिक सीट राजनांदगांव से आज नामांकन दाखिल कर दिया। रमन के खिलाफ कांग्रेस ने राजनांदगांव से पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है। करुणा ने भी आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। नामांकन के बाद करुणा शुक्ला ने सीएम रमन सिंह पर जमकर हमला बोला।
Atal Bihari Vajpayee Lal Krishna Advani had established the BJP, the party has lost its ideologies culture. Keeping these things in mind I left BJP after being associated with the party for 32 years: Karuna Shukla, niece of Atal Bihari Vajpayee pic.twitter.com/LzzYcrEC9W
— ANI (@ANI) October 23, 2018
नामांकन के बाद करुणा शुक्ला ने कहा, ""इस चुनाव में रमन सिंह मेरे लिए चुनौती नहीं हैं बल्कि मैं उनके लिए चुनौती बन के आई हूं। जो लोग अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर वोट मांगने का प्रयास कर रहे हैं। श्रद्धांजलि सभा में जो मुख्यमंत्री और उनके मंत्री ठहाके लगाते हों, वो मेरे लिए चुनौती नहीं हैं।"" शुक्ला ने कहा, ""रमन सिंह को अपने बेटे और छत्तीसगढ़ बीजेपी के पदाधिकारियों पर भरोसा नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी को, राहुल गांधी को और सभी नेताओं को राजनांदगांव के अपने पदाधिकारियों की शक्ति पर पूरा भरोसा है। 14 साल से सत्ता का सुख भोग रहे सीएम रमन सिंह जी डर गए हैं इसलिए उत्तर प्रदेश से मुख्यमंत्री बुलाना पड़ा है।"" करुणा शुक्ला ने कहा, ""बीजेपी को अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने सपन्न बनाया था, लेकिन पार्टी अपनी विचारधारा और संस्कृति को खोती जा रही है। बीजेपी में मुझे कुछ बदलाव होता नजर नहीं आया है। इसलिए मैंने 32 साल बाद पार्टी को छोड़ दिया।
गौरतलब है कि करुणा शुक्ला 14वीं लोकसभा में जांजगीर सीट से चुनाव जीती थीं। हालांकि,अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद बीजेपी ने शुक्ला को अलग-थलग कर दिया। इसके बाद करुणा शुक्ला ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया और वो रमन सिंह सरकार की कड़ी आलोचक हैं। 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा की नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर पहले चरण में 12 नवम्बर को मतदान होगा। 24 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 26 अक्तूबर तय की गयी है। वहीं दूसरे चरण में राज्य की बाकी 72 सीटों के लिए अधिसूचना 26 अक्तूबर को जारी की जाएगी। नामांकन की आखिरी तारीख दो नवंबर, नामांकन पत्रों की जांच तीन नवंबर और नामांकन वापसी की आखिरी तारीख पांच नवंबर तय की गयी है। इन सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा।
Created On :   23 Oct 2018 3:29 PM IST