India-China Dispute: फिंगर एरिया से पीछे हटने को तैयार नहीं चीन, भारत ने कहा- अप्रैल में दोनों सेनाएं जहां थीं, उसी जगह पर लौटें

China reluctant to withdraw completely from Finger area
India-China Dispute: फिंगर एरिया से पीछे हटने को तैयार नहीं चीन, भारत ने कहा- अप्रैल में दोनों सेनाएं जहां थीं, उसी जगह पर लौटें
India-China Dispute: फिंगर एरिया से पीछे हटने को तैयार नहीं चीन, भारत ने कहा- अप्रैल में दोनों सेनाएं जहां थीं, उसी जगह पर लौटें
हाईलाइट
  • चीन ने फिंगर एरिया से पीछे हटने से इनकार कर दिया
  • भारत ने कहा- अप्रैल-मई के दौरान जहां दोनों देशों के सेनाएं थीं
  • वहां तक चीन वापस जाए
  • वार्ता में दोनों देश इस बात पर राजी हुए थे कि वह अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाएंगे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) को लेकर चल रहे विवाद के बीच चीन ने फिंगर एरिया से पीछे हटने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है। हालांकि भारत ने चीन को स्पष्ट कर दिया है कि अप्रैल-मई के दौरान जहां दोनों देशों के सेनाएं थीं, वहां तक चीन वापस जाए। भारत इससे कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेगा। बता दें कि दोनों विवाद को सुलझाने के लिए लगातार सैन्य और डिप्लोमेटिक स्तर पर वार्ता चल रहे हैं। वार्ता में दोनों देश इस बात पर राजी हुए थे कि वह अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाएंगे।

बता दें कि पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो के उत्तरी तट पर 8-किलोमीटर के क्षेत्र में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) अपना कब्जा जताने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। चीन ने इसे अपनी भूमि बताने के लिए यहां बड़ा साइनेज भी बनाया था। फिंगर-4 और फिंग -5 के बीच स्थित यह साइनेज 80 मीटर लंबा और 25 मीटर चौड़ा था जिसमें मेंडेरियन सिंबल और चीन का मैप था। इसे इस तरह डिजाइन किया गया था कि सैटेलाइट के जरिए ये आसानी से दिख सकें। हालांकि दोनों देशों के बीच हुई वार्ता के बाद चीन इस इलाके से कुछ पीछे हटा था लेकिन पूरी तरह से वह अब तक पीछे नहीं हटा है। दोनों पक्ष अगले कुछ दिनों में करीब 21-22 जुलाई को वापस हटने की स्थिति की निगरानी और सत्यापन करेंगे। इसके बाद स्थिति साफ हो पाएगी। 

भारत की बॉर्डर पोस्ट फिंगर 3 और 4 के बीच
पैंगोंग लेक का पश्चिमी हिस्सा भारत में और पूर्वी छोर चीन में आता है। इस लेक की लंबाई 135 किलोमीटर है। इसमें से 45 किलोमीटर का हिस्सा भारत के पास है जबकि 90 किलोमीटर का हिस्सा चीन के पास। इस लेक के उत्तर में जो पहाड़ है उसे आठ फिंगरों में मार्क किया गया है। फिंगर यानी पहाड़ का बाहर निकला हुआ हिस्सा। इंडियन आर्मी के मैप के अनुसार LAC फिंगर 8 से गुजरती है जबकि चीन कहता है कि LAC फिंगर 2 से गुजरती है। भारत की बॉर्डर पोस्ट फिंगर 3 और फिंगर 4 के बीच है और वह फिंगर 8 तक पेट्रोलिंग करता है। जबकि चीन की बॉर्डर पोस्ट फिंगर 8 पर है।

भारत को फिंगर  4 पर पेट्रोलिंग से रोका
5 और 6 मई 2020 को भारत और चीन के सैनिकों की धक्का-मुक्की की खबरें आई थी। इस धक्का-मुक्की की वजह थी चीन की सेना जो भारतीय सैनिकों को फिंगर 4 में पेट्रोलिंग से रोक रही थी। चीन ने आधिकारिक रूप से बयान दिया कि भारत चीन के इलाके में घुसपैठ कर रहा है। लेकिन सच्चाई तो यह है कि फिंगर 4 तो भारत का ही इलाका है। इस विवाद को सुलझाने के लिए बैठकों का दौर चल रहा है। दोनों देशों में कुछ इलाकों से सेना को करीब 2 किलोमीटर तक पीछे हटाने की सहमति भी बनी थी, लेकिन चीनी सेना फिंगर फोर पर डट गई और भारत को पेट्रोलिंग के लिए इससे आगे नहीं जाने दे रही थी। 

चीन ने फिंगर 4 तक पक्की सड़क का निर्माण किया
1999 में, कारगिल युद्ध के दौरान जब भारत ने अपने सैनिकों को पैंगोंग लेक से हटा लिया था, तब चीन ने इसका फायदा उठाकर फिंगर 4 क्षेत्र तक पहुंचने के लिए एक कच्ची सड़क का निर्माण किया था। बाद में इसे पक्‍का कर दिया गया। चीनी सैनिक कई बार अपने वाहनों से इस इलाके में पेट्रोलिंग के लिए आ जाते थे, लेकिन कभी भी उन्होंने इस क्षेत्र पर कब्जा नहीं किया था। लेकिन इस बार चीनी सेना ने ऊंचाइयों पर फिंगर 4-8 के बीच डिफेंस स्‍ट्रक्‍चर तैयार कर लिए थे। भारत अप्रैल से पहले वाली स्थिति चाहता है। इसके लिए पैंगोंग सो में चीन को अपने कई स्‍ट्रक्‍चर और बंकर ढहाने होंगे, जिसमें वक्‍त लग सकता है। 
 

Created On :   15 July 2020 7:27 PM GMT

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