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कश्मीर पर चीन का यू-टर्न: कांग्रेस का सवाल-हांगकांग-तिब्बत पर सरकार चुप क्यों ?

हाईलाइट
- जम्मू-कश्मीर पर चीन के बयान से कांग्रेस की नाराजगी
- मनीष तिवारी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार से पूछे सवाल
- कहा- चीन से करें हांगकांग-तिब्बत पर बातचीत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत दौरे से पहले एक बड़ा बयान दिया। जिनपिंग ने कहा कि हम कश्मीर की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। दोनों देशों को बातचीत से मामला सुलझा लेना चाहिए। जिनपिंग ने कहा है कि चीन पाकिस्तान के साथ खड़ा रहेगा और उसके हितों की रक्षा करेगा। उनके बयान के बाद भारत में सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इस मसले पर केंद्र सरकार से सवाल किए हैं। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार चीन से तिब्बत,हांगकांग के मुद्दे पर बात क्यों नहीं करता है ?
मनीष तिवारी ने गुरुवार को ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि, अगर शी जिनपिंग कह रहे हैं, उनकी नजर कश्मीर पर हैं, तो पीएम या विदेश मंत्रालय क्यों नहीं कहता कि भारत हांगकांग में हो रहे लोकतंत्र के प्रदर्शन को देख रहा है। वहीं शिंजियांग में हो रहे मानवाधिकार के उल्लंघन, तिब्बत की स्थिति और साउथ चाइना पर चीन की दखल पर भारत नजर बनाए हुए है।
Xi Jingping says he is watching Kashmir but why does @PMOIndia/MEA not say 1)We are watching Pro Democracy protests muzzled in Hong Kong. 2 )We are watching human rights violations in Xinjiang. 3 )We are watching continued oppression in Tibet 4 )We are watching South China Sea
— Manish Tewari (@ManishTewari) October 10, 2019
भारत दौरे पर चीन राष्ट्रपति
चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग 11 और 12 अक्टूबर को भारत दौरे पर आ रहे हैं। ये उनका अनौपचारिक दौरा है। शी जिनपिंग चेन्नई में पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच ये दूसरी अनौपचारिक मुलाकात है। मोदी और जिनपिंग की मुलाकात कई मायनों में ऐतिहासिक होगी, क्योंकि ऐसी बातचीत रिकॉर्ड में दर्ज नहीं की जाती। ऐसे में दोनों नेताओं के बीच कई मसलों पर खुलकर बातें हो सकती है। बता दें पिछले पांच वर्ष में जिनपिंग और नरेंद्र मोदी के बीच 10 से अधिक बार मुलाकात हो चुकी है। इस साल की यह तीसरी मुलाकात है।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।