दैनिक भास्कर हिंदी: BJP और AAP की धरना पॉलिटिक्स में पिसे जा रहे हैं दिल्लीवासी : राहुल गांधी

June 19th, 2018

हाईलाइट

  • दिल्ली में इन दिनों धरना पॉलिटिक्स जारी है।
  • सीएम अरविंद केजरीवाल अपने तीन मंत्रियों के साथ LG ऑफिस में धरने पर बैठे हैं तो वहीं बीजेपी सीएम हाउस में धरना दे रही है।
  • राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा इस ड्रामे के आगे बढ़ने से दिल्ली के लोग पीड़ित हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में इन दिनों धरना पॉलिटिक्स जारी है। सीएम अरविंद केजरीवाल अपने तीन मंत्रियों के साथ LG ऑफिस में धरने पर बैठे हैं तो वहीं बीजेपी सीएम हाउस में धरना दे रही है। इस बीच कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने ट्वीट कर धरना पॉलिटिक्स पर निशाना साधा है। इस ट्वीट में उन्होंने दिल्ली के सीएम, बीजेपी और पीएम मोदी का जिक्र किया है।

ड्रामे के आगे लोग पीड़ित
राहुल गांधी ने सोमवार को किए एक ट्वीट में कहा, 'दिल्ली के सीएम एलजी ऑफिस में धरना पर बैठे हैं। बीजेपी सीएम आवास पर धरना दे रही है। दिल्ली के नौकरशाह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। पीएम इस अराजकता को अनदेखा कर रहे हैं। इस ड्रामे के आगे बढ़ने से दिल्ली के लोग पीड़ित हैं।' बता दें कि अरविंद केजरीवाल अपनी तीन मांगों को लेकर एलजी ऑफिस में धरने पर बैठे हैं तो वहीं बीजेपी पानी की समस्या को लेकर सीएम हाउस में धरने पर बैठी है।

 

 


AAP का जवाब
राहुल गांधी के इस ट्वीट पर आम आदमी पार्टी के नेताओें ने भी जवाब देने में देरी नहीं की। AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राहुल गांधी जी अजय माकन की बात सुनने की जगह कृपया कर आप निर्वाचित पुडुचेरी सीएम से बात करें। हमने अरुणाचल, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और कर्नाटक के लिए आपका समर्थन किया था, लेकिन आपकी पार्टी के नेता दिल्ली में हो रही लोकतंत्र की हत्या पर चुप हैं। राष्ट्रीय दलों के पास लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए वैश्विक दृष्टि होनी चाहिए।'

 

 


क्या है मामला?
अपनी तीन मांगों को मनवाने के लिए पिछले सोमवार से दिल्ली के चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मंत्री सत्येंद्र जैन और गोपाल राय LG के घर में वेटिंग रूम में धरने पर बैठे हैं। हालांकि सत्येंद्र जैन और मनष सिसोदिया की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिल्ली सरकार की जो मांगे है उनमे...

- पहली मांग दिल्ली में हड़ताल पर गए IAS अधिकारियों को काम पर लौटने का निर्देश दिया जाने को कहा गया है।

- दूसरी, काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें।

- और तीसरी, राशन की डोर स्टेप डिलीवरी की योजना को मंजूरी मिले।

इन मांगों को लेकर सोमवार (11 जून) शाम केजरीवाल उप राज्यपाल अनिल बैजल से मिलने उनके दफ्तर पहुंचे थे। केजरीवाल का कहना था कि एलजी ने उनकी तीनों ही मांगों को मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा था कि जब तक उपराज्यपाल मांगें नहीं मानेंगे, वह यहां से नहीं जाएंगे। केजरीवाल के इस धरने के विरोध में बीजेपी भी सीएम ऑफिस में धरने पर बैठी है। वहीं रविवार को IAS ऑफिसरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सरकार द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर प्रतिक्रिया दी थी।