कोरोना वायरस से दुनियाभर में मचा हड़कंप, जानिए इसके लक्ष्ण और बचाव के उपाय
- कमजोर इम्युनिटी पॉवर वाले लोग आ रहे कोरोना वायरस की चपेट में
- दुनियाभर में इस वायरस संक्रमण के 20
- 438 से अधिक मामले सामने आए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना वायरस का असर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। इस वायरस के चपेट में दुनिया भर के कई देश आ चुके हैं। भारत पर भी इसका असर पड़ा है। दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 20,438 से अधिक मामले सामने आए हैं। कई देश चीन से अपने नागरिकों को निकालने की कोशिश में लगे हैं। चीन में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 500 के पार हो गई है। आखिर यह बीमारी क्या है, कैसे होती है, क्या है बचाव के उपाय, हम इस खबर में सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं।
मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने से शरीर अनेक प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाती है। इन बीमारियों के उपचार के लिए मनुष्य दवाइयों का सहारा लेता है और कुछ समय में ठीक हो जाता है, लेकिन जब मानव शरीर में कोई वायरस प्रवेश कर जाता है तो उससे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक शक्ति तेजी से घटने लगती है, जिसको नियंत्रित करना कठिन होता है। ऐसे तमाम वायरस हैं जो मनुष्य की शारीरिक क्षमता गिरा देते हैं उसमे कई रोगों के लक्षण दिखने लगते हैं।
WHO ने नोटिस जारी किया
अभी हाल ही में चीन में कोरोना वायरस के चपेट में आने से आए दिन लोग दम तोड़ रहे हैं। हाल यह हो गया है कि पूरी दुनिया में इसको लेकर हड़कंप मचा है, जिसको देखते हुए WHO ने नोटिस जारी किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह सी फूड भोजन के इस्तेमाल से सबसे ज्यादा फैल रहा है, वहीं इसको लेकर कई भ्रांतियां भी हैं, क्योकिं कुछ ऐसे भी हैं जो सी फ़ूड का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, उनको भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।
केरल में राजकीय आपदा घोषित
कोरोनवायरस को लेकर भारत में भी भयावह स्थिति है। केरल में अभी तक तीन मामले सामने आए हैं जिसे देखते हुए केरल सरकार नें राजकीय आपदा घोषित कर दिया है।
कमजोर इम्युनिटी पॉवर वाले लोग आ रहे चपेट में
इस वायरस पर हमने गोरखपुर में संचालित खागसंग के संचालक अमिन हक से बात की, उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस सबसे ज्यादा उन लोगों में पाया जा रहा है जिनकी इम्युनिटी पॉवर कमजोर है, जिनमें रोगों से लड़ने की क्षमता कम है। वो लोग इसकी चपेट में जल्दी आ जा रहे हैं। वहीं अमिन ने यह भी बताया कि जो लोग खागसंग जाकर डेली लो लेजर थेरेपी ले रहे हैं, चैंम बीम का प्रयोग कर रहे हैं उनकी इम्युनिटी पॉवर इतनी स्ट्रांग हो गई है कि उनको कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नही है, चीन की बात करें तो जो लोग वहां इस सेंटर में जाते हैं उनमें से किसी भी व्यक्ति को इस वायरस से ग्रसित नहीं पाया गया है।
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस कई तरह के विषाणुओं का समूह है। कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। डब्लूएचओ के मुताबिक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
क्या है इस बीमारी के लक्षण
इसके संक्रमण के बाद बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।
क्या हैं इससे बचाव के उपाय?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। अंडे और मांस के सेवन से बचें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचे। इस वायरस की वजह से चीन जाने वाले लोगों की संख्या में भी काफी गिरावट आएगी, जिसका सीधा असर चीनी अर्थव्यवस्था पर पड़ता नजर आएगा।
आपको बता दें कि लगभग 18 साल पहले सार्स वायरस से भी ऐसा ही खतरा बना था। 2002-03 में सार्स की वजह से पूरी दुनिया में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। पूरी दुनिया में हजारों लोग इससे संक्रमित हुए थे।
Created On :   6 Feb 2020 9:26 PM IST