कोरोना वैक्सीनेशन: प्राइवेट अस्पतालों में कल से 250 रुपए में लगवा सकेंगे वैक्सीन, इसमें सेवा शुल्क भी शामिल

Covid-19 vaccine will be available in private hospitals by paying Rs 250
कोरोना वैक्सीनेशन: प्राइवेट अस्पतालों में कल से 250 रुपए में लगवा सकेंगे वैक्सीन, इसमें सेवा शुल्क भी शामिल
कोरोना वैक्सीनेशन: प्राइवेट अस्पतालों में कल से 250 रुपए में लगवा सकेंगे वैक्सीन, इसमें सेवा शुल्क भी शामिल
हाईलाइट
  • इनमें 66
  • 68
  • 974 हेल्थकेयर वर्कर्स और 51
  • 19
  • 695 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल
  • कोरोना से बचाव के लिए देश में अब तक 1
  • 42
  • 42
  • 547 लोगों को वैक्सीन लगी

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों में प्रति व्यक्ति कोरोना वैक्सीन के एक डोज के लिए अधिकतम शुल्क सीमा 250 रुपए निर्धारित कर दी है। बता दें कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा फेज 1 मार्च से शुरू हो रहा है। इस फेज में प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल किया गया है।

ये कोरोना वैक्सीन उन निजी अस्पतालों में लगाए जाएंगे जो वैक्सीन केंद्र के रूप में संचालित होंगे। इससे पहले सरकार ने सरकारी वैक्सीन केंद्रों पर मुफ्त में कोरोना वैक्सीन देने की घोषणा की थी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने आधिकारिक स्रोतों के हवाले से खबर दी है कि निजी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए निर्धारित 250 रुपए में से 150 रुपए वैक्सीन की कीमत है और 100 रुपए सेवा शुल्क है।

 

अब तक 1,42,42,547 लोगों को लगी वैक्सीन 
ज्ञात हो कि कोरोना से बचाव के लिए अब तक 1,42,42,547 लोगों को वैक्सीन भी लगाई जा चुकी है। इनमें 66,68,974 हेल्थकेयर वर्कर्स और 51,19,695 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन की कीमत 250 रुपये प्रति डोज होगी और इस बारे में केंद्र सरकार जल्द ही घोषणा कर सकती है। वैक्सीन का एक निश्चित मूल्य होगा, कोई कैपिंग नहीं होगी। बताया जा रहा है कि आज या कल तक निजी अस्पतालों में वैक्सीन की कीमत की घोषणा सरकार कर सकती है। 

सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन फ्री रहेगी
1 मार्च से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के फेज में करीब 12 हजार सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीके फ्री लगाए जाएंगे। इस फेज में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगेगी। इसके साथ ही 45 से 60 की उम्र के ऐसे लोगों को भी वैक्सीन लगेगी, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। केंद्र सरकार का आकलन है कि करीब 27 करोड़ लोग इस कैटेगरी में आते हैं।

गंभीर बीमारी का सर्टिफिकेट दिखाना होगा
जिन लोगों की उम्र 60 साल या ज्यादा है, उन्हें रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के वक्त ID कार्ड साथ रखना होगा। 45 से 60 साल के जिन लोगों को गंभीर बीमारी है, उन्हें मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना होगा। सरकार ने इसके लिए डिक्लेरेशन फॉर्मेट के साथ इस क्राइटेरिया में आने वाली 20 बीमारियों की लिस्ट भी जारी कर दी है। इस फॉर्म को डॉक्टर से सर्टिफाई करवाना होगा।

24 घंटे में 16 हजार से ज्यादा नए मरीज मिले
शनिवार को देश में 16 हजार 19 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। 12 हजार 361 लोग रिकवर हुए और 109 की मौत हो गई। अब तक 1 करोड़ 10 लाख 79 हजार से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 7 लाख 61 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। 1 लाख 56 हजार 970 मरीज ऐसे हैं जिनकी मौत हो गई। 1 लाख 56 हजार 413 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।

18 राज्यों में कोरोना का नया स्ट्रेन फैला
देश के 18 राज्यों में कोरोना का नया स्ट्रेन फैल गया है। ये स्ट्रेन यूके, साउथ अफ्रीका और ब्राजील से आए हैं। इसके अब तक 194 मामले सामने आ चुके हैं। केद्र सरकार ने देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए इन सभी 18 राज्यों की निगरानी शुरू कर दी है। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने इन राज्यों से नए स्ट्रेन से जुड़े मरीजों की जानकारी और उनके संपर्क में आने वाले लोगों के बारे में पूछा है।

Created On :   27 Feb 2021 12:30 PM GMT

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