दिल्ली : फर्जी वीजा-पासपोर्ट के अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड, महिला सहित 7 गिरफ्तार

Delhi: International gang of fake visa-passports busted, 7 arrested including woman
दिल्ली : फर्जी वीजा-पासपोर्ट के अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड, महिला सहित 7 गिरफ्तार
दिल्ली : फर्जी वीजा-पासपोर्ट के अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड, महिला सहित 7 गिरफ्तार

नई दिल्ली, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। फर्जी दस्तावेजों के बलबूते शिक्षित युवकों को कनाडा में रोजगार दिलाने के नाम पर लाखों रुपये वसूलने वाले एक गिरोह का राष्ट्रीय राजधानी में भंडाफोड़ किया गया है। इस सिलसिले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने दलाल-बिचौलियों सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों के पास से पुलिस ने पासपोर्ट-वीजा से लेकर बाकी तमाम जाली दस्तावेज और इन दस्तावेजों को छापने की मशीनें जब्त की हैं।

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के उपायुक्त राजेश देव ने आईएएनएस को बताया, गिरफ्तार आरोपियों के नाम जितेंद्र कुमार मण्डल (नेपाल), प्रदीप कुमार कट्टामुरी (विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश), विपिन शर्मा उर्फ विजय शर्मा (पहाड़गंज, दिल्ली), गगन सिंह उर्फ सरदार (प्रताप नगर, दिल्ली), आशा रानी (फरीदाबाद, हरियाणा), विजय कुमार(वैशाली, गाजियाबाद, उप्र), मनजीत सिंह उर्फ बब्बू (वैशाली, गाजियाबाद, उप्र) और जितेंद्र कुमार (जहांगीरपुरी, दिल्ली) है।

डीसीपी ने कहा, गिरफ्तार आरोपियों में मनजीत सिंह उर्फ बब्बू गिरोह का सरगना है। जितेंद्र कुमार की प्रिंटिंग मशीन है। नेपाल निवासी जितेंद्र कुमार मण्डल, प्रदीप कुमार कट्टामुरी, विपिन शर्मा दलाल और गगन सिंह व आशा रानी बिचौलिया हैं।

डीसीपी राजेश देव ने आगे बताया, गिरफ्तार लोगों के निशाने पर वे शिक्षित युवक होते थे, जो किसी भी कीमत पर कनाडा सहित अन्य देशों में जाकर नौकरी करने को उतावले रहते थे। गिरफ्तार नेपाली मूल का जितेंद्र कुमार मण्डल अपने देश से भी ऐसे इच्छुक बेरोजगारों को फंसाकर दिल्ली लाता था।

देव के अनुसार, गिरोह का सरगना मनजीत सिंह बब्बू कम्प्यूटर डिजाइनिंग का काम जानता है। वह जहांगीरपुरी (दिल्ली) में स्थित प्रिंटिंग प्रेस में जाली वीजा-पासपोर्ट छापने का काम करता था। पुलिस ने गिरोह के पास से खाली वीजा स्टिकर्स भी बरामद किए हैं।

डीसीपी ने बताया, इस अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के भंडाफोड़ के लिए के लिए सहायक पुलिस आयुक्त संदीप लांबा के नेतृत्व वाली इस टीम में इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा, उपनिरीक्षक संतोष, उमेश सती, सहायक उपनिरीक्षक राजवीर, हवलदार सूर्या, अमित, वीरेंद्र, लोकेंद्र, सिपाही अमित, अरविंद, घनश्याम, कपिल को शामिल किया गया था। टीम के सदस्यों ने देश भर में छापे मारकर अलग-अलग स्थानों से भारतीय और नेपाल के नागरिकों के 43 फर्जी वीजा-पासपोर्ट, 32 बायोडेटा, कनाडा के वीजा स्टिकर, मुहरें, होलोग्राम, रंगीन प्रिंटर्स, स्कैनर जब्त किए।

उन्होंने कहा कि छानबीन के दौरान पता चला है कि यह गिरोह बेरोजगारों को इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के बलबूते विदेश भेजने के नाम पर अब तक 14-15 लाख रुपये ठग चुका है। छानबीन अभी जारी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह गिरोह देश में और कितने बेरोजगारों को झांसा देकर जाल में फंसाए हुए है।

-- आईएएनएस

Created On :   18 Sep 2019 2:01 PM GMT

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