स्टालिन ने अपने खत में लिखा कि क्या में आपको अब अप्पा कहकर बुला सकता हूं? दरअसल स्टालिन हमेशा ही करुणानिधि को थलाइवार (नेता) कह कर बुलाते थे। साथ ही उन्होनें यह भी लिखा की ''करोड़ों उडनपिरापुक्कल (करुणानिधि डीएमके कार्यकर्ताओं के इस नाम से बुलाते थे, जिसका अर्थ है खून के भाई) की ओर से मैं आपसे प्रर्थना करता हूं कि एक बार वो शब्द 'उडनपिराप्पे' कहें जिससे हम सदी तक काम कर सकें।
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करुणानिधि के निधन के बाद बेटे स्टालिन की भावुक चिट्ठी, क्या एक बार अप्पा बुला सकता हूं

हाईलाइट
- करुणानिधि के नाम स्टालिन की भावुक चिट्ठी।
- लिखा "आप जहां भी जाते थे मुझे बता कर जाते थे''।
- स्टालिन हैं DMK के उत्तराधिकारी।
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। तमिलनाडु के पूर्व सीएम 94 वर्षीय DMK अध्यक्ष एम. करुणानिधि का मंगलवार की शाम निधन हो गया। चेन्नई के कावेरी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। करुणानिधि के निधन की खबर आते ही तामिलनाडु समेत पूरे देश में शौक की लहर दौड़ गई। इसी बीच करुणानिधि के बेटे और राजनैतिक उत्तराधिकारी एमके स्टालिन ने करुणानिधि के नाम एक भावुक चिट्ठी लिख अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है। इस पत्र को उन्होने तमिल भाषा में लिखा है जिसका शीर्षक है, ''क्या एक बार मैं आपको 'अप्पा' बुला सकता हूं?
स्टालिन ने खत में ये लिखा
करुणानिधि के बेटे एमके स्टालिन ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि, ''आप जहां भी जाते थे मुझे बता कर जाते थे, लेकिन अब आप मुझे बिना बताए कहां चले गए? आप हमें ऐसी हालत में छोड़ कर कहां चले गए ? 33 साल पहले ही आपने बता दिया था कि आपके समाधि स्थल पर क्या लिखा जाए। उन्होने बेहद ही भावुकता से लिखा कि ''यहां वो शख्स लेटा है जिसने अपने पूरे जीवन में बिना थके काम किया। क्या अब आपने तय कर लिया है कि तमिल समाज के लिए आपने पर्याप्त काम कर लिया? या आप कहीं छुप गए हैं ये देखने के लिए कि क्या कोई आपके 80 साल की उपलब्धियों को पीछे छोड़ सकता है?'
ஒரே ஒருமுறை இப்போதாவது ‘அப்பா’ என அழைத்து கொள்ளட்டுமா ‘தலைவரே’! pic.twitter.com/HWyMPkSmLj
— M.K.Stalin (@mkstalin) August 7, 2018

स्टालिन ही हैं अगले उत्तराधिकारी
करुणानिधि और दयालु के दूसरे बेटे एमके स्टालिन अपने पिता की विरासत संभालेंगे। स्टालिन ही उनके उत्तराधिकारी हैं। फिलहाल स्टालिन ही डीएमके पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष हैं। तमिलनाडु विधानसभा में वह नेता प्रतिपक्ष हैं और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम रह चुके हैं। उन्होंने दुर्गावथी से शादी की है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।