'फेक न्यूज' के आरोप में न्यूज वेबसाइट का एडिटर गिरफ्तार, PM भी करते हैं फॉलो
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक के बेंगलुरु में पुलिस ने एक न्यूज वेबसाइट के एडिटर को "फेक न्यूज" चलाने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। पोस्टकार्ड नाम की न्यूज वेबसाइट के एडिटर एंड फाउंडर महेश विक्रम हेगड़े पर आरोप है कि उन्होंने दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने के मकसद से फेक न्यूज चलाई। हेगड़े ने एक जैन मुनि पर हमले के पीछे मुसलमानों का हाथ बताया, जबकि ऐसा हुआ ही नहीं था। हेगड़े की गिरफ्तारी के खिलाफ बीजेपी नेताओं ने सोशल मीडिया पर एक कैंपेन चला दिया। इतना ही नहीं महेश हेगड़े को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फॉलो करते हैं।
हेगड़े ने क्या खबर लगाई थी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महेश विक्रम हेगड़े postcard.news के एडिटर हैं। इस वेबसाइट पर 11 मार्च को एक रिपोर्ट पब्लिश की गई थी, जिसमें कहा गया था कि एक जैन मुनि पर एक मुसलमान ने हमला किया। जबकि असल में उनका रोड एक्सीडेंट हुआ था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोड एक्सीडेंट में घायल जैन मुनि की इलाज के दौरान उनके अनुयायियों ने फोटो ली। इसी फोटो का इस्तेमाल "फेक न्यूज" लगाने के लिए किया गया। जैन मुनि की घायल हालत में फोटो लगाते हुए लिखा गया कि "एक जैन मुनि पर एक मुसलमान व्यक्ति ने हमला किया। कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है।" इस खबर के बाद ही उन्हें बेंगलुरु पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है।
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किस सेक्शन के तहत किया गया गिरफ्तार?
न्यूज वेबसाइट के एडिडर महेश विक्रम हेगड़े को IPC के सेक्शन- 153A (दो समुदायों के बीच नफरत फैलाना), 120B (साजिश) और 34 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ आईटी एक्ट के सेक्शन-66 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
बीजेपी नेताओं ने बचाव में चलाया कैंपेन
महेश हेगड़े की गिरफ्तारी के खिलाफ बीजेपी नेताओं ने सोशल मीडिया पर #ReleaseMaheshHegde कैंपेन चलाया है। जिसके तहत बीजेपी के कई नेता उनके बचाव में ट्वीट कर रहे हैं और सिद्धारमैया सरकार पर हमला कर रहे हैं।
Shame on the state government led by @siddaramaiah which is behaving in dictatorial terms in arresting @mvmeet. Ensure to follow the true democratic spirit in fighting us rather than doing a coward act. #ReleaseMaheshHegde
— Anantkumar Hegde (@AnantkumarH) March 29, 2018
बीजेपी अनंत कुमार ने ट्वीट कर लिखा "सिद्धारमैया सरकार को शर्म आनी चाहिए, जो महेश हेगड़े को गिरफ्तार कर तानाशाह जैसा बर्ताव कर रही है। कायरों की तरह लड़ने की बजाय हमसे लोकतांत्रिक तरीके से लड़िए।"
Why haven"t you Anti-Hindu @siddaramaiah arrested writer Bhagavan who insulted Lord Sri Ram?
— C.T.Ravi (@CTRavi_BJP) March 29, 2018
Why are those who insulted Veera Madakari Nayaka still roaming free?
Is Freedom of Expression limited to your Ecosystem only?#ISupportMaheshHegde#ReleaseMaheshHegde
कर्नाटक बीजेपी के महासचिव सीटी रवि ने भी महेश हेगड़े की गिरफ्तारी को लेकर सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया "एंटी-हिंदू सिद्धारमैया ने राइटर भगवान को गिरफ्तार क्यों नहीं किया, जिन्होंने भगवान श्रीराम का अपमान किया था? वीर मादाकरी नायक का अपमान करने वाले लोग अभी तक क्यों खुले घूम रहे हैं? क्या अभिव्यक्ति की आजादी सिर्फ आप लोगों के लिए ही है?"
Today morning Coward Congress Govt (Karnataka) arrested @mvmeet Mahesh Vikram Hegde under unconnected IT act 66, that too by using CCB! Shame on you @INCKarnataka. pic.twitter.com/SZGUJKsfzi
— Pratap Simha (@mepratap) March 29, 2018
वहीं बीजेपी सांसद प्रताप सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा "आज सुबह कर्नाटक की कायर सरकार ने क्राइम ब्रांच का इस्तेमाल कर महेश हेगड़े को आईटी एक्ट के सेक्शन-66 के तहत गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस तुम्हें शर्म आनी चाहिए।"
Shame on you @siddaramaiah for targeting common citizens who ask uncomfortable questions which you can"t answer!! This pride will surely have a fall!! #ReleaseMaheshHegde https://t.co/1puxCv465F
— Priti Gandhi (@MrsGandhi) March 29, 2018
बीजेपी महिला मोर्चा की नेता प्रीती गांधी ने भी ट्वीट हेगड़े के बचाव में ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा "आम नागरिक, जो आपसे सवाल पूछते हैं और आप उनका जवाब नहीं दे सकते। इसके लिए उन्हें टारगेट कर रहे हैं, सिद्धारमैया तुम पर शर्म है। जल्द ही ये घमंड टूटेगा।"
पीएम मोदी भी करते हैं फॉलो
postcard.news के एडिटर महेश हेगड़े को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फॉलो करते हैं। हेगड़े ने भी अपनी टाइमलाइन में स्टेटस डाला है कि "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फॉलो करने से मैं धन्य हुआ।" मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये कोई पहला मामला नहीं है, जब इस वेबसाइट पर "फेक न्यूज" चलाने का आरोप लगा है। ये वेबसाइट अक्सर फेक न्यूज को लेकर चर्चा में रहती है।
Created On :   30 March 2018 10:35 AM IST