आरोप लगाता रहे विपक्ष, रद्द नहीं की जाएगी राफेल डील: अरुण जेटली
- जेटली ने कहा कि किसी भी कीमत पर ये डील कैंसिल नहीं होने वाली है
- फाइनेंस मिनिस्टर ने राहुल गांधी के बयान पर खड़े किए सवाल
- राफेल लड़ाकू विमान डील पर सियासत तेज हो गई है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राफेल लड़ाकू विमान डील पर सियासत तेज हो गई है। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था, जिसका जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष पर पलटवार किया है। फाइनेंस मिनिस्टर ने रविवार को कहा कि विपक्ष कितने भी आरोप लगाता रहे, राफेल डील रद्द नहीं की जाएगी। सोशल मीडिया पर लिखे एक नोट में वित्तमंत्री ने राहुल गांधी के आरोपों पर ही सवाल खड़ा कर दिया।
WATCH: Finance Minister Arun Jaitley speaks to ANI over former French President Francois Hollande"s recent revelati… https://t.co/48drvb5GJe
— ANI (@ANI) September 23, 2018
जेटली ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये कोई लाफ्टर चेलैंज नहीं चल रहा है कि किसी को भी गले लगाओ, आंख मारो, 10 बार गलत बयान दिया जाए। लोकतंत्र में प्रहार होते रहते हैं, लेकिन शब्दावली में बुद्धि का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। जेटली ने कहा कि राहुल गांधी 30 अगस्त को ट्वीट करते हैं कि फ्रांस के अंदर कुछ बम चलने वाले हैं। राहुल गांधी को ये बात कैसे पता चली कि इस तरह का बयान आने वाला है। मेरे पास कुछ सबूत नहीं है, लेकिन इस जुगलबंदी पर प्रश्न खड़ा होता है।
जेटली ने कहा कि विमान सप्लाई करने वाली कंपनी दसॉ एविएशन और फ्रांस सरकार दोनों ने ही ओलांद के बयान का खंडन किया है। कंपनी ने खुद कहा है कि उन्होंने कई प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर की कंपनियों के साथ मल्टिपल कॉनट्रेक्ट किया है। जेटली ने कहा कि ओलांद ने पार्टनरशिप की बात कही है, लेकिन 36 एयरक्राफ्ट की डील गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट अग्रीमेंट है। इसमें दसॉ को पूरी तरह तैयार 36 एयरक्राफ्ट भारत को सप्लाई करने हैं, भारत में किसी भी तरह का उत्पादन नहीं किया जाना है। जेटली ने कहा कि 2012 में ही रिलायंस इडस्ट्रीज लिमिटेड ने दसॉ के साथ एमओयू साइन कर लिया था। उस समय कांट्रेक्ट 126 राफेल एयरक्राफ्ट का था, जिसमें 18 फ्रांस में जबकि 108 भारत में बनने थे।
Created On :   23 Sept 2018 11:58 AM IST