कैबिनेट बैठक में बोले कमलनाथ, कम समय में काम पूरा करें अधिकारी
- मंत्रियों के साथ ही सभी विभागों के प्रमुख सचिव भी रहे मौजूद
- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ली कैबिनेट बैठक
- सीएम कमलनाथ ने अधिकारियों को दी सख्त हिदायत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को भोपाल में कैबिनेट की बैठक ली, जिसमें नए मंत्रियों के साथ ही सभी विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे। सीएम कमलनाथ ने अधिकारियों को नसीसहत देते हुए कहा कि काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गुरुवार को एक बार फिर कैबिनेट की बैठक होगी। इस बैठक में किसानों के कर्जमाफी को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
सीएम कमलनाथ ने मंत्रियों से कहा कि विभाग मुख्यमंत्री सचिवालय से नहीं चलाए जाएंगे। अपने विभाग मंत्री खुद ही चलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वचन पत्र में दिए गए वादों को पूरा करना मंत्रियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सीमित समय में कामों का क्रियान्वयन किया जाना चाहिए। बैठक में बिजली बिल आधे करने पर बातचीत हुई और ऊर्जा विभाग का प्रेजेंटेशन भी जारी किया गया।
बता दें कि अपने वचन पत्र में कांग्रेस ने बिजली के बिल आधा करने का ऐलान किया था। गुरुवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में गरीबों को दी जाने वाली बिजली और बिजली के टैरिफ प्लान के साथ ही प्रदेश में चल रहे यूरिया संकट पर भी चर्चा की जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक बैठक से पहले सीएम कमलनाथ और सभी नवनिर्वाचित मंत्री मिंटो हॉल गए, जहां सभी ने महात्मा गांधी की मूर्ति पर माला अर्पित की। बैठक के बाद कमलनाथ ने अपर मुख्य सचिव, सभी विभागों के प्रमुख सचिव और विभागाध्यक्षों के साथ मिंटो हॉल में चर्चा की।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वल्लभ भवन मंत्रालय में मंत्री परिषद और अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार लापरवाही और सुस्ती के प्रति जीरो टॉलरेंस होगी। जनसेवा सरकार का प्राथमिक दायित्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनहित के कार्य बिना किसी हिला-हवाली के हों। नियमानुसार किए जा सकने वाले कार्य नियमित कार्यप्रणाली से हो यह सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री के समक्ष केवल ऐसे विषय लाए जाएं जो नियमित व्यवस्था में नहीं हो सकते। विभाग के संचालन का दायित्व विभागीय मंत्री का होगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वचन पत्र के समस्त बिंदुओं के क्रियान्वयन का उत्तरदायित्व संबंधित विभाग का होगा। विभाग क्रियान्वयन की समयबद्ध कार्ययोजना बना लें। उन्होंने दोहराते हुए कहा कि नए नजरिए के साथ व्यवस्था को देखें, जो परिवर्तन और नवाचार आवश्यक हैं, उन पर अमल करें।
सीएम ने कहा कि मंत्री परिषद की बैठक के साथ ही विभागीय बैठकें भी शीघ्र ही आयोजित की जाएंगी। इससे सभी मंत्रीगण विभागों की कार्य प्रणाली से परिचित रहेंगे। पहली बैठक ऊर्जा विभाग के साथ होगी, इसके बाद कृषि विभाग के साथ होगी। शीघ्र ही अन्य विभागों के साथ बैठक की समय-सारणी जारी की जाएगी।
Created On :   26 Dec 2018 3:14 PM IST