इस त्योहार देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी विशेषता के साथ मनाया जाता है। इस त्योहार की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस दिन लोग मंदिरों आदि में पूजा-अर्चना नहीं करते बल्कि यह पर्व फसल पकने की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों में ही पूजा करते हैं। इस त्योहार के दौरान फूलों से घर को सजाया जाता है। ओणम पर्व के दौरान केरल में फूलों का कालीन बनाया जाता है। इस कालीन को स्थानीय भाषा में पुक्कलम कहा जाता है। ओणम हर साल श्रावण शुक्ल की त्रयोदशी को मनाया जाता है।