तमिल राजनीति में रहा है फिल्मी बैकग्राउंड का दबदबा, ये चार कलाकार बने सीएम
- अन्नादुरई
- करुणानिधि
- MGR और जयललिता जैसे राजनेता सिनेमा क्षेत्र से ही आए थे।
- करुणानिधि एक सफल नाटककार और स्क्रिप्ट राइटर थे।
- तमिलनाडु के चार मुख्यमंत्री फिल्मी सितारे या पटकथा लेखक रहे हैं।
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। तमिलनाडु के 94 वर्षीय DMK प्रेसिडेंट एम. करुणानिधि का मंगलवार शाम निधन हो गया। चेन्नई के कावेरी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। करुणानिधि एक सफल नाटककार और स्क्रिप्ट राइटर थे। उन्होंने अपनी राजनीतिक विचारधार फिल्मों के माध्यम से प्रस्तुत की और एक द्रविड़ राजनेता के रूप में उभरे। यह देखने वाली बात है कि करुणानिधि तमिलनाडु पॉलिटिक्स में फिल्मी जगत से जुड़े एकमात्र मुख्यमंत्री नहीं थे। पिछले 50 वर्षों के दौरान तमिलनाडु के चार मुख्यमंत्री फिल्मी सितारे या पटकथा लेखक रहे हैं। इनमें अन्नादुरई, करुणानिधि, MGR और जयललिता जैसे राजनेता सिनेमा क्षेत्र से ही आए थे। यह लोग अभिनेता से राजनेता कैसे बने, इसके पीछे एक बड़ी कहानी है।
अन्नादुरई : फिल्मों को राजनीति का अस्त्र बनाने वाले पहले नेता
अन्नादुरई तमिलनाडु के लोकप्रिय नेता होने के साथ-साथ तमिल भाषा के लेखक भी थे। उन्होंने न केवल कई नाटक लिखे, बल्कि इन नाटकों के जरिए अपने अभिनय का लोहा भी मनवाया। वह फिल्मों को राजनीति का अस्त्र बनाने वाले पहले नेता थे। अन्नादुरई अपने प्रदेश के प्रथम गैरकांग्रेसी मुख्यमंत्री भी थे। उन्होंने ही द्रविड़ मुन्नेम कड़गम पार्टी की स्थापना की थी। उनके देहांत के बाद उनकी शवयात्रा में सबसे ज्यादा लोग शामिल हुए थे। यह रिकॉर्ड "गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स" में भी शामिल किया गया है।
MGR : DMK से अलग होकर बनाई AIADMK
अन्नादुरई जब मुख्यमंत्री थे तब DMK ने आम लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल करने के लिए एमजीआर, एसएस राजेंद्रन और शिवाजी गणेश जैसे अभिनेताओं का भी इस्तमाल किया। उस समय MGR सबसे लोकप्रिय अभिनेता थे और वह द्रमुक पार्टी का चेहरा भी थे। अन्नादुरई के देहांत के बाद, करुणानिधि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने। कुछ ही समय बाद करुणानिधि और MGR के बीच मतभेद हो गया। 1972 में MGR ने AIADMK का गठन किया। MGR की एक स्टार के रूप में लोकप्रियता के कारण वह कुछ ही वक्त बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री भी बने। 1977, 1980, 1984 में MGR ने एकतरफा जीत हासिल की। 1987 में MGR अपनी मृत्यु तक सत्ता में रहे।
जयललिता : पहले फिल्मों में और बाद में मुख्यमंत्री बनकर लोगों को दिल जीता
राजनीति में MGR की सफलता के कारण कई अभिनेताओं ने तमिलनाडु की राजनीति में प्रवेश करने की कोशिश की। इनमें से ही एक और प्रमुख नाम है साउथ की मशहूर अभिनेत्री जयललिता का। 15 वर्ष की उम्र में फिल्मी करियर शुरू करने वाली जयललिता एक सुप्रसिद्ध तमिल एक्ट्रेस थी। उन्होंने भी द्रविड़ विचारधारा फैलाने में बहुत मदद की। उन्होंने MGR के साथ कई फिल्मों अभिनय भी किया। इसके बाद जयललिता ने फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया और राजनीति में सक्रीय हो गईं। जयललिता 1991 में पहली बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी। 2016 में जयललिता का देहांत हो गया। ऐसा कहा जाता है कि वह अंग्रेजी में बहुत अच्छी थी। इसे देखकर ही MGR उनको राजनीति में लेकर आए थे।
करुणानिधि : पटकथा लेखन के जरिए विचारधारा पेश की और बने लोकप्रिय नेता
अन्नादुरई के उत्तराधिकारी के रूप में करुणानिधि 10 फरवरी, 1969 को पहली बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद करुणानिधि ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। करुणानिधि बचपन से ही नाटकों में बेहद रूची रखते थे। बेहद कम उम्र में ही वे तमिल फिल्मों में पटकथा लेखन का काम करने लगे। उनके लिखे कई डायलॉग आज भी तमिल लोगों में लोकप्रिय हैं। उन्होंने करीब 70 से ज्यादा फिल्मों की कहानियां लिखीं। करुणानिधि ने कुल 13 बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और हर बार जीत दर्ज की। 1969 के बाद वे 1971–76, 1989–91, 1996–2001 और 2006–2011 में भी तमिलनाडु के सीएम रहे।
Created On :   8 Aug 2018 12:19 AM IST